पहली बार इंडोनेशिया पहुंची भारत की INS सिंधुकेसरी पनडुब्बी

दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के साथ बढ़ते सैन्य सहयोग के अनुरूप, भारतीय नौसेना की किलो वर्ग की पारंपरिक पनडुब्बी, आईएनएस सिंधुकेसरी (INS Sindhukesari), 22 से 24 फरवरी तक पहली बार जकार्ता, इंडोनेशिया में डॉक की गई। यह पनडुब्बी सुंडा जलडमरूमध्य के माध्यम से और होते हुए ऑपरेशनल टर्नअराउंड (OTR) के लिए इंडोनेशिया में पहला डॉकिंग किया।

बता दें कि नौसेना के जहाज नियमित रूप से इस क्षेत्र के देशों को पोर्ट कॉल करते रहे हैं। जकार्ता में OTR काफी महत्व रखता है क्योंकि यह विशाखापत्तनम में अपने घरेलू बेस से 2,000 समुद्री मील दूर, महत्वपूर्ण शिपिंग लेन और सामरिक क्षेत्र मलक्का जलडमरूमध्य के पास अपनी ऑपरेशनल पहुंच का विस्तार किया है।

अतीत में, इंडोनेशिया ने ऑपरेशनल टर्नअराउंड के लिए भारतीय नौसेना के जहाजों को अपने सबांग बंदरगाह तक पहुंच प्रदान की थी।

भारत ने इस क्षेत्र के देशों के साथ अपने रक्षा और सुरक्षा सहयोग का लगातार विस्तार किया है, जिनमें से कई देश दक्षिण चीन सागर में चीन के साथ विवादों में उलझे हुए हैं।

गौरतलब है कि भारतीय नौसेना के पास सेवा में 16 पारंपरिक पनडुब्बियां, सात रूसी किलो वर्ग, चार जर्मन मूल की HDW पनडुब्बियां और पांच फ्रांसीसी स्कॉर्पीन वर्ग पनडुब्बियां हैं।

error: Content is protected !!