ICMR ने पुष्टि की है कि डेंगू का संक्रमण अब पूरे देश में फैल गया है

भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद ने इस बात की पुष्टि की है कि डेंगू का संक्रमण क्षेत्र (infection geography of Dengue), जो 2001 में आठ राज्यों तक सीमित था, वर्तमान में भारत के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को कवर करता है। डेंगू अब देश के आखिरी गढ़, लद्दाख (2022 में दो मामलों के साथ) में भी प्रवेश कर गया है।

डेंगू : प्रमुख तथ्य

दक्षिण-पश्चिम मानसून मलेरिया, डेंगू और जीका सहित कुछ बीमारियों के मामले बढ़ने से जुड़ा हुआ है।

डेंगू वायरस मादा मच्छरों द्वारा फैलता है, मुख्य रूप से एडीज एजिप्टि (Aedes aegypti) प्रजाति और कुछ हद तक एडीज एल्बोपिक्टस से। ये मच्छर चिकनगुनिया, येलो फीवर और जीका वायरस के वाहक भी हैं।

भारत में जीका गुजरात और तमिलनाडु में बहुत कम संख्या से शुरू हुआ था और अब यह 11 राज्यों (पंजाब राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, महाराष्ट्र, केरल, झारखंड, तेलंगाना और तमिलनाडु) में फ़ैल गया है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन का अनुमान है कि हाल के दशकों में डेंगू के वैश्विक मामलों में वृद्धि हुई है और दुनिया की आधी आबादी अब जोखिम में है।

डेंगू का खतरा, जो अब 100 से अधिक देशों में एंडेमिक है, कई कारकों से प्रेरित है, जिनमें जलवायु परिवर्तन, बढ़ता शहरीकरण, और यात्रा में वृद्धि शामिल है।

एडीज एजिप्टी मच्छरों के काटने से होने वाले रोगों के नियंत्रण में समस्याएँ कई गुना अधिक हैं। दिन में काटने की आदत, कई बार काटने, लंबे समय तक इन्क्यूबेशनअवधि, तेजी से परिवहन, अंडे को एक वर्ष तक बनाए रखना, कंटेनर प्रजनन, मानव पर्यावरण, और रुक-रुक कर पानी की आपूर्ति और निर्माण स्थलों पर खराब अपशिष्ट प्रबंधन समस्या को और बढ़ाते हैं।

डेंगू रोगवाहक मलेरिया रोगवाहक से बहुत अलग है और इसलिए, अकेले जैव-पर्यावरण रणनीतियाँ काम नहीं करेंगी।  

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