कंपाला में “थर्ड साउथ समिट” आयोजित हुई

भारत के विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने युगांडा की राजधानी  कंपाला में आयोजित तीसरे साउथ समिट (Third South Summit) के पूर्ण सत्र को संबोधित किया।

उन्होंने ग्लोबल साउथ की कमिटमेंट की पुष्टि करने और विकास के लिए फंडिंग जुटाने, अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संगठनों में सुधार और साउथ-साउथ कोऑपरेशन को बढ़ावा देने की दिशा में नवीन समाधान खोजने की आवश्यकता पर बल दिया।

इस समिट की थीम थी; “किसी को पीछे न छोड़ना” (Leaving No One Behind) था। थर्ड साउथ समिट  21-23 जनवरी 2024 को  कंपाला (युगांडा) में आयोजित किया गया। साउथ समिट “ग्रुप ऑफ़ 77” (Group of 77) का सर्वोच्च निर्णय लेने वाला निकाय है।

पहला साउथ समिट सम्मेलन 10-14 अप्रैल 2000 को हवाना (क्यूबा) में तथा दूसरा साउथ समिट सम्मेलन  दोहा (कतर) में 12-16 जून 2005 को आयोजित किया गया।  

ग्रुप ऑफ़ 77 की स्थापना 15 जून 1964 को जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र व्यापार और विकास सम्मेलन (UNCTAD) के पहले सत्र के अंत में जारी “77 विकासशील देशों की संयुक्त घोषणा” पर हस्ताक्षर करने वाले 77 विकासशील देशों द्वारा की गई थी।  एक साल के बाद यह “ग्रुप ऑफ़ 77 प्लस चीन” बन गया।

error: Content is protected !!