आदित्य-एल1 के HEL1OS पेलोड ने कैप्चर की सोलर फ्लेयर्स की पहली झलक
आदित्य-L1 अंतरिक्ष यान पर लगे हाई एनर्जी L1 ऑर्बिटिंग एक्स-रे स्पेक्ट्रोमीटर (HEL1OS) पेलोड ने सौर ज्वालाओं (solar flares) की पहली झलक कैप्चर की है।
सूर्य का अध्ययन करने वाला पहला अंतरिक्ष-आधारित भारतीय मिशन, आदित्य-एल1, 2 सितंबर 2023 को लॉन्च किया गया था और वर्तमान में यह सूर्य-पृथ्वी L1 पॉइंट के गंतव्य की यात्रा पर है।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने कहा कि HEL1OS पेलोड ने सौर ज्वालाओं की पहली उच्च-ऊर्जा एक्स-रे झलक कैप्चर है।
HEL1OS
HEL1OS को यू. आर. राव सैटेलाइट सेंटर बेंगलुरु के स्पेस एस्ट्रोनॉमी ग्रुप द्वारा विकसित किया गया था।
जनवरी 2024 में आदित्य-एल1 अपने लक्ष्य L1 पॉइंट पर पहुंचेगा और यह अनियमित आकार की कक्षा में L1 पॉइंट के चारों ओर परिक्रमा करते हुए अपना मिशन लाइफ व्यतीत करेगा।
L1 पृथ्वी से लगभग 1.5 मिलियन किमी दूर है।
आदित्य-L1 पर सात पेलोड
आदित्य-L1 पर सात पेलोड हैं: विजिबल एमिशन लाइन कोरोनाग्राफ (VELC); सोलर अल्ट्रावायलेट इमेजिंग टेलीस्कोप (SUIT); सोलर लो एनर्जी एक्स-रे स्पेक्ट्रोमीटर (SoLEXS); हाई एनर्जी L1 ऑर्बिटिंग एक्स-रे स्पेक्ट्रोमीटर (HEL1OS); आदित्य सोलर विंड पार्टिकल एक्सपेरिमेंट (ASPEX); प्लाज्मा एनालाइजर पैकेज फॉर दित्य (PAPA); और एडवांस्ड त्रि-एक्सियल हाई रिज़ॉल्यूशन डिजिटल मैग्नेटोमीटर।