हवाना सिंड्रोम 

हाल में, एक जॉइंट मीडिया इन्वेस्टिगेशन में आरोप लगाया गया है कि पिछले कुछ वर्षों से अलग-अलग देशों में तैनात कुछ अमेरिकी राजनयिक और ख़ुफ़िया अधिकारी जिस रहस्यमयी मानसिक स्थिति का सामना कर रहे थे उसके पीछे रूस की एक एजेंसी का हाथ था। इस रहस्यमयी मानसिक लक्षणों को हवाना सिंड्रोम कहा गया है।

हालांकि, रूस ने इस आरोप को ख़ारिज कर दिया है। आइये जानते हैं इस सिंड्रोम के बारे में।

जैसा कि नाम से पता चलता है, इस सिंड्रोम की जड़ें क्यूबा की राजधानी हवाना से जुड़ी हुई हैं। दरअसल,  2016 में क्यूबा में अमेरिकी दूतावास के खुलने के एक साल बाद ही अचानक वहां तैनात अमेरिकी राजनयिकों को रहस्यमयी मानसिक स्वास्थ्य समस्या से सामना करना पड़ा।

मिशन में तैनात अधिकारियों और उनके परिजनों को अचानक कमजोरी महसूस होने लगी।  2021 में जब अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस वियतनाम के दौरे पर जाने वाली थी, इसके ठीक पहले हनोई में तैनात अमेरिकी दूतावास के अधिकारियों को भी ऐसी ही मानसिक स्थिति का सामना करना पड़ा था।

‘सिंड्रोम’ कोई अनोखी बीमारी नहीं है, बल्कि यह आमतौर पर एक साथ अनुभव किए जाने वाले लक्षणों का एक समूह है जिनके कारणों की पुष्टि करना मुश्किल हो सकता है।

हवाना सिंड्रोम से पीड़ित ज्यादातर अधिकारियों ने तेज आवाज सुनी और सिर में बहुत तेज दबाव या कंपन महसूस किया। उनके कान या सिर में दर्द हुआ। इसके अलावा याददाश्त कमजोर होना, चक्कर आना, सिरदर्द, चिड़चिड़ापन, जी मिचलाना, कानों में घंटी बजना (टिनिटस) जैसे लक्षण भी महसूस होते हैं। 

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