Lambani embroidery: हम्पी में G20 बैठक में ‘लंबानी कढ़ाई प्रदर्शन’ ने बनाया गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड
हाल में हम्पी में G20 के तीसरे संस्कृति कार्य समूह की बैठक के तहत संस्कृति मंत्रालय के संस्कृति कार्य समूह ने ‘लंबानी कढ़ाई की वस्तुओं का सबसे बड़ा प्रदर्शन’ (Largest Display of Lambani Items) कर गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है।
लंबानी कढ़ाई पैचों की इस अनूठी प्रदर्शनी का उद्घाटन संसदीय कार्य और कोयला और खान मंत्री श्री प्रल्हाद जोशी ने येदुरु बसवन्ना कॉम्प्लेक्स, हम्पी में किया।
संदुर कुशल कला केन्द्र (SKKK) से जुड़ी 450 से अधिक लंबानी महिला कारीगरों और सांस्कृतिक कलाकारों ने 1755 पैचवर्क वाली GI-टैग वाली संदूर लंबानी कढ़ाई का उपयोग करके इन वस्तुओं को तैयार किया।
लंबानी कढ़ाई रंगीन धागों, कांच या मिरर वर्क और सिलाई पैटर्न की एक समृद्ध श्रृंखला द्वारा चित्रित कपड़ा अलंकरण का एक जीवंत और जटिल रूप है। यह समृद्ध कढ़ाई परंपरा, मुख्य रूप से लंबानी समुदाय की कुशल महिलाओं ने जीवित रखी हुई है, जो आर्थिक सशक्तीकरण के साथ जीवन पद्धतियों को जोड़कर इसे आजीविका का एक महत्वपूर्ण स्रोत समझकर कार्य करती है।
पैचवर्किंग का टिकाऊ अभ्यास भारत और दुनिया भर की कई कपड़ा परंपराओं में पाया जाता है।
लंबानी शिल्प परंपरा में एक सुंदर कपड़ा बनाने के लिए फेंके गए कपड़े के छोटे टुकड़ों को कुशलतापूर्वक एक साथ सिलाई करना शामिल है।
लंबानी कढ़ाई ने 2004 और 2012 में दक्षिण एशिया में हस्तशिल्प के लिए प्रतिष्ठित यूनेस्को सील ऑफ़ एक्सीलेंस अर्जित की है।
SKKK ने शिल्प ‘संदूर लम्बानी हाथ की कढ़ाई’ के लिए वर्ष 2008 में GI (भौगोलिक संकेतक) टैग प्राप्त किया है।