ग्रंथ लिपि
तमिलनाडु में तिरुपुर स्थित विराजेंद्रन पुरातत्व और ऐतिहासिक अनुसंधान केंद्र की एक टीम ने कंगायम के पास पझनचेरवाज़ी गांव में 11वीं और 16वीं शताब्दी के ‘ग्रंथम’ (Grantham) और तमिल के दो शिलालेखों की खोज की है।
ये शिलालेख क्रमशः भगवान शिव और भगवान विष्णु के मंदिरों में मिलीं जिनका जीर्णोद्धार किया जा रहा है।
11वीं सदी के ‘ग्रंथम’ शिलालेख शिव मंदिर के अंदर अम्मन मंदिर के सामने आधा दबा हुआ पाया गया था।
गौरतलब है कि तमिलनाडु में संस्कृत भाषा में लिखने के लिए तमिलों द्वारा ग्रंथम लिपि विकसित की गयी। “ग्रंथ” शब्द संस्कृत में साहित्यिक रचना को दर्शाता है। जाहिर तौर पर संस्कृत साहित्य को लिखने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली लिपि को “ग्रंथ” नाम दिया गया।