केंद्र सरकार ने वायनाड भूस्खलन को ‘गंभीर प्रकृति’ की आपदा घोषित किया
केंद्र सरकार ने वायनाड भूस्खलन (Wayanad landslide) को ‘गंभीर प्रकृति’ की आपदा (disaster of severe nature) घोषित किया है। इस वर्गीकरण से राज्य को पुनर्वास प्रयासों के लिए सांसदों के स्थानीय क्षेत्र विकास निधि सहित अन्य फण्ड से धन जुटाने में मदद मिलेगी।
केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा जारी पत्र में बताया गया है कि ‘गंभीर प्रकृति’ की आपदा की स्थिति में, भूस्खलन सहित अधिसूचित प्राकृतिक आपदाओं के लिए वित्तीय सहायता राज्य आपदा मोचन कोष (SDRF) से पूरी की जा सकती है।
हालांकि, अंतर-मंत्रालयी केंद्रीय टीम (IMCT) द्वारा किए गए आकलन के आधार पर, राष्ट्रीय आपदा मोचन कोष (NDRF) से अतिरिक्त वित्तीय सहायता प्रदान की जा सकती है।
गौरतलब है कि 30 जुलाई, 2024 को केरल के वायनाड जिले के चूरलमाला और मुंडक्कई गांव मूसलाधार बारिश के कारण हुए विनाशकारी भूस्खलन की चपेट में आ गए। इस भारी भूस्खलन में 230 से ज़्यादा लोगों की मौत हो गई।