ग्लोबल जेंडर गैप इंडेक्स 2024: भारत 129वें स्थान पर
विश्व आर्थिक मंच (WEF) ने 12 जून को वैश्विक लैंगिक अंतराल सूचकांक 2024 (Global Gender Gap index 2024) जारी किया। ग्लोबल जेंडर गैप इंडेक्स 2024 में भारत दो पायदान फिसलकर 129वें स्थान पर आ गया है। 2023 में भारत 127वें स्थान पर था।
इस रैंकिंग में आइसलैंड ने अपना शीर्ष स्थान बरकरार रखा है।
दक्षिण एशिया में, भारत बांग्लादेश, नेपाल, श्रीलंका और भूटान के बाद पांचवें स्थान पर था, जबकि पाकिस्तान अंतिम स्थान पर था। वैश्विक स्तर पर, सूडान 146 देशों के सूचकांक में अंतिम स्थान पर था।
भारत ने माध्यमिक शिक्षा में नामांकन के मामले में सबसे अच्छी लैंगिक समानता दिखाई, जबकि इसने वैश्विक स्तर पर महिलाओं के राजनीतिक सशक्तिकरण पर अच्छा प्रदर्शन किया और 65वें स्थान पर रहा।
पिछले 50 वर्षों से महिला राष्ट्राध्यक्षों/शासनाध्यक्षों की संख्या के मामले में भारत 10वें स्थान पर था। 140 करोड़ से अधिक की आबादी के साथ, भारत ने 2024 में अपने जेंडर गैप यानी लैंगिक असमानता को का 64.1% पाट लिया है।
वहीं वैश्विक स्तर पर जेंडर गैप को 68.5% पाट लिया गया है, लेकिन सूचकांक का मानना है कि मौजूदा गति से पूर्ण जेंडर समानता हासिल करने में 134 साल लगेंगे।
ग्लोबल जेंडर गैप इंडेक्स सालाना चार प्रमुख आयामों (आर्थिक भागीदारी और अवसर; शैक्षिक प्राप्ति; स्वास्थ्य और उत्तरजीविता, और राजनीतिक सशक्तीकरण) में लैंगिक समानता की वर्तमान स्थिति और विकास को मापता है। वर्ल्ड इकनोमिक फोरम इसे 2006 से प्रकाशित कर रहा है।