जियोसेल प्रौद्योगिकी (Geocell technology)
ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम (GHMC) मुसारामबाग में गोलनाका और नागोले के बीच एक लिंक रोड बिछाते समय जियोसेल प्रौद्योगिकी (Geocell technology) का उपयोग कर रहा है।
जियोसेल प्रौद्योगिकी के बारे में
जियोसेल प्रौद्योगिकी से सड़क के नीचे से मिट्टी का कटाव कम होगा।
जियोसेल उच्च-घनत्व पॉलीथीन (HDPE), पॉलिएस्टर या अन्य पॉलिमरिक सामग्री से बने त्रि-आयामी, विस्तार योग्य पैनल हैं।
जियोसेल तकनीक एक दूरदर्शी 3D हनीकॉम्ब सेल्यूलर कन्फाइनमेंट सिस्टम है जो विशेष रूप से मिट्टी स्थिरीकरण के लिए डिज़ाइन किया गया है और भू-खतरों को रोकने में सहायता करता है।
सिविल इंजीनियरिंग और इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्रों में जियोसेल का व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है।
आपस में जुड़ा हनीकॉम्ब जैसा नेटवर्क मिट्टी के स्थिरीकरण में सहायता करता है क्योंकि उन्हें साइट पर दानेदार सामग्रियों से भर दिया जाता है जो मिट्टी की मूवमेंटको सीमित करते हैं तथा सुरक्षा और कठोरता प्रदान करते हैं।