जीन ड्राइव टेक्नोलॉजी
बुर्किना फासो के एक वैज्ञानिक अब्दुलाये डायबेट एक ‘जीन ड्राइव तकनीक’ पर शोध कर रहे हैं जो मलेरिया पैदा करने वाले मादा मच्छरों के जीन में बदलाव करके उन्हें खत्म कर सकती है। गौरतलब है कि कुछ दिन पहले उनके शोध के लिए उन्हें विज्ञान और नवाचार प्रबंधन के लिए 2023 का फ़ॉलिंग वॉल्स पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
जीन ड्राइव टेक्नोलॉजी (gene drive technology) आनुवंशिक सर्जरी करने के लिए जीनोम एडिटिंग CRISPR का उपयोग करती है जो संतान के माध्यम से जीन के प्रसार को गति देता है।
मलेरिया मादा एनाफिलीज मच्छरों के काटने से फैलता है जो परजीवी रोग से संक्रमित होते हैं।
नर मच्छर काटते नहीं हैं इसलिए मलेरिया फैलाने में वे असमर्थ होते हैं।
जीन ड्राइव के तहत, नर मच्छरों की जीन एडिटिंग के द्वारा उन्हें नपुंसक बना दिया जाता है। बाद में उन्हें एनवायरनमेंट में छोड़ दिया जाता है। मादा मच्छर प्रजातियां जीन एडिटेड नर से मेटिंग के बाद नई मादा संतान पैदा नहीं कर पाती हैं।
डायबेट के अनुसार इससे मादा मच्छरों की आबादी कम हो जाएगी और मलेरिया का संचरण रुक जाएगा।
हालाँकि, कुछ आशंकाएँ भी हैं, जैसा कि कुछ वैज्ञानिकों ने राय दी है। जीन ड्राइव तकनीक आनुवंशिक सामग्रियों को संशोधित करने से संबंधित है, इसलिए कोई भी नहीं जानता कि कौन सा नया वेक्टर होगा और इसका पर्यावरण या पारिस्थितिकी पर क्या प्रभाव होगा।