भारत, फ्रांस और संयुक्त अरब अमीरात “त्रिपक्षीय सहयोग पहल”

भारत, फ्रांस और संयुक्त अरब अमीरात ने 4 फरवरी 2023 को परमाणु ऊर्जा पर सहयोग करने और हिंद महासागर क्षेत्र में अवसरों का पता लगाने के लिए “त्रिपक्षीय सहयोग पहल” (trilateral cooperation initiative) को औपचारिक रूप देने के लिए अपनी आपसी मंशा की घोषणा की।

प्रमुख तथ्य

तीनों देशों के विदेश मंत्रियों ने इस संबंध में टेलीफोन पर बातचीत की और सौर व परमाणु ऊर्जा, जलवायु परिवर्तन और जैव विविधता के क्षेत्र में मिलकर काम करने पर सहमति जताई।

इस कॉल के दौरान, तीनों पक्षों ने सहमति व्यक्त की कि त्रिपक्षीय पहल सौर और परमाणु ऊर्जा पर ध्यान देने के साथ-साथ जलवायु परिवर्तन के खिलाफ लड़ाई में ऊर्जा के क्षेत्र और जैव विविधता का संरक्षण, विशेष रूप से हिंद महासागर क्षेत्र में सहयोग परियोजनाओं के डिजाइन और क्रियान्वयन को बढ़ावा देने के लिए एक मंच के रूप में काम करेगी।

इससे पहले त्रिपक्षीय बैठक पर पहली बार चर्चा तब हुई थी जब तीनों विदेश मंत्रियों- डॉ. जयशंकर, फ्रांस की कैथरीन कोलोना और यूएई के अब्दुल्ला बिन जायद अल नाहयान ने सितंबर 2022 में न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा के मौके पर मिले थे।

तीनों देशों ने रक्षा तैयारियों और संक्रामक रोगों का मुकाबला करने में सहयोग करने पर भी सहमत हुए हैं। ‘वन हेल्थ’ की दिशा में विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ), गावी द वैक्सीन एलायंस, ग्लोबल फंड जैसे बहुपक्षीय संगठनों में सहयोग को बढ़ावा देने पर भी बल दिया गया।

इसके अलावा, तीनों देश “वन हेल्थ” दृष्टिकोण को लागू करने पर ठोस सहयोग की पहचान करने का प्रयास करने पर भी सहमत हुए।

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