फ्रांस ने साहेल में ‘ऑपरेशन बरखाने’ समाप्त किया
फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने साहेल (Sahel) में इस्लामी विद्रोहियों से लड़ने के लिए फ्रांस के एक दशक लंबे चले “ऑपरेशन बरखाने” (Operation Barkhane) को औपचारिक रूप से समाप्त कर दिया है।
- टौलॉन में एक नौसैनिक अड्डे पर अपने अभिभाषण में, उन्होंने कहा कि कुछ फ्रांसीसी सैनिक इस क्षेत्र में बने रहेंगे। हालांकि, वे मेजबान देशों के साथ काम करने के लिए नई व्यवस्था के तहत वहां होंगे।
- बता दें कि फ्रांसीसी सैनिकों की तैनाती 2013 में शुरू की गई थी जब जिहादी विद्रोहियों ने उत्तरी माली के अधिकांश हिस्से पर कब्जा कर लिया था।
- ऑपरेशन बरखाने के तहत माली, नाइजर, चाड, बुर्किना फासो और मॉरिटानिया में लगभग 5,500 फ्रांसीसी सैनिकों को तैनात किया गया था।
- हाल के वर्षों में ऑपरेशन बरखाने की विफलता सामने आने लगी थी और साहेल क्षेत्र में फ्रांस की छवि बिगड़ती जा रही थी और अशांति के लिए भी फ़्रांस को जिम्मेदार ठहराया जा रहा था। इसी परिप्रेक्ष्य में फ़्रांस ने ऑपरेशन समाप्त करने की घोषणा की है।
साहेल क्षेत्र (Sahel Region)
- साहेल क्षेत्र में अफ्रीका के विशाल अर्ध-शुष्क और अधिकतर दुर्गम क्षेत्र शामिल हैं, जो उत्तर में सहारा रेगिस्तान और दक्षिण में उष्णकटिबंधीय सवाना को अलग करते हैं।
- इसमें सेनेगल, मॉरिटानिया, माली, बुर्किना फासो, अल्जीरिया, नाइजर, नाइजीरिया, कैमरून, मध्य अफ्रीकी गणराज्य, चाड, दक्षिण सूडान, इरिट्रिया और इथियोपिया के हिस्से शामिल हैं।