UNION BUDGET 2023-24: राजकोषीय घाटे 2023-24 में GDP का 5.9 प्रतिशत रहने का अनुमान है
केन्द्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट कार्य मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारामन ने 01 फरवरी, 2023 को संसद में केन्द्रीय बजट 2023-24 पेश करते हुए कहा कि राजकोषीय घाटे (FISCAL DEFICIT) के बजट अनुमान 2023-24 में जीडीपी का 5.9 प्रतिशत रहने का अनुमान है।
वित्त मंत्री ने कहा कि बजट अनुमान 2023-24 में उधारियों से इतर कुल प्राप्तियां और कुल व्यय क्रमशः 27.2 लाख करोड़ रुपए और 45 लाख करोड़ रुपए होने का अनुमान लगाया गया है। निवल कर प्राप्तियां 23.3 लाख करोड़ रुपए रहने का अनुमान है।
वित्त मंत्री ने कहा कि संशोधित अनुमान 2023-24 में उधारियों से इतर कुल प्राप्तियों का संशोधित अनुमान 24.3 लाख करोड़ रुपए है, जिसमें से निवल कर प्राप्तियां 20.9 लाख करोड़ रुपए है। कुल व्यय का संशोधित अनुमान 41.9 लाख करोड़ रुपए है, जिसमें से पूंजीगत व्यय लगभग 7.3 लाख करोड़ रुपए है। राजकोषीय घाटे का संशोधित अनुमान RE 2022-23 में GDP का 6.4 प्रतिशत है, जो बजट अनुमान के अनुरूप है।
वित्त मंत्री ने कहा कि राजस्व घाटे के 2022-23 में 4.1 प्रतिशत की तुलना में वित्त वर्ष 2023-24 में 2.9 प्रतिशत रहने की उम्मीद है।
GDP : टैक्स अनुपात
सकल कर राजस्व (Gross Tax Revenue: GTR) के वित्त वर्ष 2022-23 की तुलना में वित्त वर्ष 2023-24 में 10.4 प्रतिशत की दर से बढ़ने का अनुमान है। प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष दोनों ही कर प्राप्तियों में क्रमशः 10.5 प्रतिशत और 10.4 प्रतिशत की दर से बढ़ने का अनुमान है। राजकोषीय नीति विवरण में कहा गया कि ऐसा अनुमान है कि प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष कर GTR में क्रमशः 54.4 प्रतिशत और 45.6 प्रतिशत का योगदान देते हैं। GDP: टैक्स अनुपात के 11.1 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया गया है।