क्रिटिकल और स्ट्रैटेजिक मिनरल्स की पहली ई-नीलामी

केंद्र सरकार द्वारा क्रिटिकल और स्ट्रैटेजिक मिनरल्स की पहली किश्त ई-नीलामी 29 नवंबर, 2023 को शुरू की गई। पहली किश्त में कुल 20 क्रिटिकल  मिनरल्स ब्लॉकों की नीलामी की गई ।

इनमें अधिकांश ब्लॉक (16)  कम्पोजिट लाइसेंस के तहत ऑफर किये गए हैं जबकि शेष चार  केवल माइनिंग लाइसेंस के तहत ऑफर किये गए हैं।  कम्पोजिट लाइसेंस के तहत कम्पनी रिसोर्स का पता भी लगा सकती है और वाणिज्यिक रूप से खनिज निकालने के लिए पट्टा प्राप्त कर सकती है।

लिथियम के अलावा, क्रिटिकल खनिजों में टाइटेनियम, बॉक्साइट (एल्यूमीनियम लेटराइट), ग्लूकोनाइट, निकल, क्रोमियम, पोटाश, तांबा, ग्रेफाइट, मैंगनीज अयस्क, मोलिब्डेनम अयस्क, फॉस्फाइट, प्लैटिनम समूह तत्व और रेयर अर्थ एलिमेंट्स शामिल हैं।

जम्मू-कश्मीर में दो लिथियम ब्लॉक को भी ऑक्शन में शामिल किया गया। एक बार खनन चालू होने के बाद, वे आयात में कटौती करने और आत्मनिर्भर भारत बनाने में मदद करेंगे।

गौरतलब है कि  17 अगस्त 2023 को खान और खनिज (विकास और विनियमन) अधिनियम, 1957 (MMDR Act) में एक संशोधन के माध्यम से 24 खनिजों को क्रिटिकल और स्ट्रैटेजिक खनिजों के रूप में अधिसूचित किया गया था।

यह संशोधन केंद्र सरकार को  इन खनिजों की खनन लाइसेंस  देने की शक्ति प्रदान करता है ताकि केंद्र सरकार देश की आवश्यकताओं को देखते हुए इन खनिजों की नीलामी को प्राथमिकता दे सके।

इन नीलामियों से प्राप्त राजस्व राज्य सरकारों को मिलेगा। इसके बाद, नीलामी में अधिक भागीदारी को प्रोत्साहित करने के लिए क्रिटिकल खनिजों की रॉयल्टी दरों को तर्कसंगत बनाया गया है।

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