पहला “अंतर्राष्ट्रीय शून्य अपशिष्ट दिवस (International Day of Zero Waste)” मनाया गया

मानव स्वास्थ्य, अर्थव्यवस्था और पर्यावरण पर अपशिष्ट के बिगड़ते दुष्प्रभावों को वैश्विक स्तर पर उजागर करने और लोगों के बीच जागरूकता फ़ैलाने के लिए  30 मार्च, 2023 को पहला अंतर्राष्ट्रीय शून्य अपशिष्ट दिवस (International Day of Zero Waste) मनाया गया।

यह दिवस सभी को अपशिष्ट को रोकने और कम करने और सर्कुलर इकोनॉमी की ओर बढ़ने के लिए सामाजिक बदलाव लाने के लिए प्रोत्साहित करता है।  

संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (UNEP) और संयुक्त राष्ट्र ह्यूमन सेटलमेंट प्रोग्राम यानी  यूएन-हैबिटेट (UN-Habitat) ने मानव स्वास्थ्य, अर्थव्यवस्था और पर्यावरण पर अपशिष्ट के बिगड़ते प्रभावों को देखते हुए इस दिन की स्थापना की है।

यह संयुक्त राष्ट्र महासभा के संकल्प के माध्यम से स्थापित किया गया था।

संयुक्त राष्ट्र संघ के अनुसार मानवता सालाना 2 बिलियन टन से अधिक नगरपालिका ठोस अपशिष्ट उत्पन्न करती है, जिसमें से 45 प्रतिशत का प्रबंधन सही से नहीं किया जाता है। तत्काल कार्रवाई के बिना, नगरपालिका ठोस अपशिष्ट वर्ष 2050 तक प्रति वर्ष लगभग 4 बिलियन टन तक दोगुना हो जाएगा।

अपशिष्ट सभी रूपों और आकारों में आता है – जिसमें प्लास्टिक, खनन और निर्माण स्थलों से मलबा, इलेक्ट्रॉनिक्स और भोजन शामिल हैं। यह गरीबों पर असमान रूप से प्रभाव डालता है।

error: Content is protected !!