यूनानी दिवस 2025

भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने 11 फरवरी को यूनानी दिवस पर दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन किया।

प्रख्यात यूनानी चिकित्सक, शिक्षक और स्वतंत्रता सेनानी हकीम अजमल खान की जयंती पर हर साल 11 फरवरी को यूनानी दिवस मनाया जाता है।

भारत सरकार के आयुष मंत्रालय के तहत यूनानी चिकित्सा में अनुसंधान के लिए केंद्रीय परिषद (CCRUM) ने “एकीकृत स्वास्थ्य समाधान के लिए यूनानी चिकित्सा में नवाचार – आगे की रह” पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन की मेजबानी की।

बता दें कि यूनानी वास्तव में पारंपरिक चिकित्सा प्रणाली है जो भारत की परंपरा के साथ घुलमिल गई है और इसने इसे इस चिकित्सा पद्धति की प्रैक्टिस करने वाले अग्रणी देशों में से एक बना दिया है।

यूनानी चिकित्सा पद्धति की उत्पत्ति लगभग 2500 साल पहले ग्रीस में हुई थी, और इसकी नींव हिप्पोक्रेट्स ने रखी थी। भारत में यह चिकित्सा प्रणाली अरब लेकर आये थे। दिल्ली के सुल्तानों ने यूनानी विद्वानों को संरक्षण प्रदान किया और उनमें से कुछ को दरबारी चिकित्सक और राज्य कर्मचारी के रूप में नियुक्त किया।

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