सैटेलाइट डेटा के अनुसार लैंडफिल मीथेन उत्सर्जन के प्रमुख स्रोत हैं
एक नए अध्ययन में पाया गया है कि लैंडफिल दुनिया के चार प्रमुख शहरों में ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में महत्वपूर्ण योगदान देता है। अर्जेंटीना में ब्यूनस आयर्स, भारत में दिल्ली और मुंबई और पाकिस्तान में लाहौर से मीथेन उत्सर्जन (Methane emissions) आमतौर पर पूर्व के उत्सर्जन की तुलना में 1.6 से 2.7 गुना अधिक था।
जब भोजन, लकड़ी या कागज जैसे जैविक अपशिष्ट सड़ जाते हैं, तो यह हवा में मीथेन उत्सर्जित करता है। तेल और गैस प्रणालियों और कृषि के बाद लैंडफिल विश्व स्तर पर मीथेन उत्सर्जन का तीसरा सबसे बड़ा स्रोत है।
साइंस एडवांस में प्रकाशित अध्ययन का उद्देश्य स्थानीय सरकारों को प्रमुख चिंता के विशिष्ट स्थलों की पहचान करके ग्लोबल वार्मिंग को सीमित करने के लक्षित प्रयासों को पूरा करने में मदद करना है।
मीथेन उत्सर्जन (Methane emissions) के प्रमुख स्रोत
मीथेन (CH4) एक हाइड्रोकार्बन है जो प्राकृतिक गैस का प्राथमिक घटक है।
जमीनी स्तर पर ओजोन (Surface Ozone), एक खतरनाक वायु प्रदूषक और ग्रीनहाउस गैस के निर्माण में मीथेन का प्राथमिक योगदान है, जिसके संपर्क में आने से हर साल 1 मिलियन लोगों की समय से पहले मौत हो जाती है।
मीथेन एक शक्तिशाली ग्रीनहाउस गैस भी है। 20 साल की अवधि में, यह कार्बन डाइऑक्साइड की तुलना में 80 गुना अधिक वार्मिंग क्षमता वाला है।
कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) के बाद मीथेन दूसरा सबसे प्रचुर मात्रा में मानवजनित ग्रीन हॉउस गैस है, जो वैश्विक उत्सर्जन का लगभग 20 प्रतिशत है। वायुमंडल में गर्मी को कैप्चर करने के लिए मीथेन, कार्बन डाइऑक्साइड की तुलना में 25 गुना अधिक शक्तिशाली है।
मीथेन विभिन्न प्रकार के मानवजनित (मानव-प्रभावित) और प्राकृतिक स्रोतों से उत्सर्जित होता है।
मानवजनित उत्सर्जन स्रोतों में लैंडफिल, तेल और प्राकृतिक गैस प्रणाली, कृषि गतिविधियां, कोयला खनन, स्टेशनरी और मोबाइल दहन, अपशिष्ट जल उपचार और कुछ औद्योगिक प्रक्रियाएं शामिल हैं।
कृषि मीथेन उत्सर्जन का प्रमुख स्रोत है। पशुधन उत्सर्जन – खाद और गैस्ट्रोएंटेरिक रिलीज से – मानव-जनित मीथेन उत्सर्जन का लगभग 32 प्रतिशत हिस्सा है।
कृषि मीथेन उत्सर्जन में केवल जानवर ही योगदान नहीं देते हैं। धान की खेती – जिसमें बाढ़ वाले खेत ऑक्सीजन को मिट्टी में प्रवेश करने से रोकते हैं, मीथेन-उत्सर्जक बैक्टीरिया के लिए आदर्श स्थिति बनाते हैं। यह मानव जनित मीथेन उत्सर्जन का 8 प्रतिशत हिस्सा है।