कुनमिंग-मॉन्ट्रियल ग्लोबल बायोडायवर्सिटी फ्रेमवर्क के प्रमुख लक्ष्य

Image credit @ UN CBD

संयुक्त राष्ट्र के तत्वावधान में संयुक्त राष्ट्र जैव विविधता कन्वेंशन (UN Convention on Biological Diversity-CBD) का 15वां सम्मेलन (COP15) चीन की अध्यक्षता में और कनाडा द्वारा मॉन्ट्रियल में आयोजित किया गया।

7-19 दिसंबर को मॉन्ट्रियल के पलैस डेस कांग्रेस में आयोजित COP15 में 188 सरकारों के प्रतिनिधि (UN CBD के सभी 196 पक्षकारों में से 95%, साथ ही दो गैर-पक्षकार – संयुक्त राज्य अमेरिका और वेटिकन) ने भाग लिया।

UN CBD के पक्षकार देशों ने 19 दिसंबर को “कुनमिंग-मॉन्ट्रियल ग्लोबल बायोडायवर्सिटी फ्रेमवर्क” (GBF: Kunming-Montreal Global Biodiversity Framework) को अपनाया, जिसमें वर्ष 2030 तक चार गोल और 23 टार्गेट्स शामिल हैं।

कुनमिंग-मॉन्ट्रियल ग्लोबल बायोडायवर्सिटी फ्रेमवर्क के प्रमुख लक्ष्य

  • प्रतिनिधियों ने वर्ष 2030 तक 30% भूमि और 30% तटीय और समुद्री क्षेत्रों की रक्षा करने के लिए प्रतिबद्धता व्यक्त की हैं, जिसे 30-तक -30 ( 30-by-30) के रूप में जाना जाता है। मूलवासी और पारंपरिक क्षेत्र भी इस लक्ष्य में गिने जाएंगे। वर्तमान में दुनिया के क्रमशः 17% और 10% स्थलीय और समुद्री क्षेत्र संरक्षण के अधीन हैं।
  • वर्ष 2030 तक 30% डिग्रडेड भूमि और जल को बहाल करने की भी प्रतिबद्धता व्यक्त की गयी। पहले यह लक्ष्य 20% था।
  • वर्ष 2030 तक उच्च पारिस्थितिक अखंडता के पारिस्थितिक तंत्र (ecosystems of high ecological integrity) सहित उच्च जैव विविधता महत्व के क्षेत्रों के नुकसान को लगभग शून्य तक कम किया जायेगा। इकोलॉजिकल इंटेग्रिटी से तात्पर्य है किसी जैव विविधता क्षेत्र की संरचना, घटक और कार्य प्रणाली में मानवजनित गतिविधियां नहीं के बराबर है।
  • वर्ष 2030 तक वैश्विक खाद्य अपशिष्ट को आधा करना और अत्यधिक खपत व अपशिष्ट उत्पादन को महत्वपूर्ण रूप से कम करना,
  • वर्ष 2030 तक अतिरिक्त पोषक तत्वों और कीटनाशकों व अत्यधिक खतरनाक रसायनों द्वारा उत्पन्न समग्र जोखिम, दोनों को आधा करना,
  • जैव विविधता के संरक्षण और सतत उपयोग के लिए सकारात्मक प्रोत्साहन को बढ़ाते हुए, 2030 तक जैव विविधता को नुकसान पहुंचाने वाली कम से कम 500 बिलियन डॉलर प्रति वर्ष की दर से सब्सिडी को चरणबद्ध तरीके से समाप्त करना,
  • वर्ष 2030 तक प्रति वर्ष कम से कम 200 बिलियन डॉलर जैव विविधता से संबंधित घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय वित्त पोषण के सभी स्रोतों (सार्वजनिक और निजी) से जुटाना,
  • विकसित से विकासशील देशों, विशेष रूप से कम विकसित देशों, लघु द्वीपीय विकासशील देशों, और ट्रांज़िशनल अर्थव्यवस्था वाले देशों में 2025 तक कम से कम 20 बिलियन अमेरिकी डॉलर प्रति वर्ष और 2030 तक कम से कम 30 बिलियन अमेरिकी डॉलर प्रति वर्ष अंतरराष्ट्रीय वित्तीय प्रवाह।

संयुक्त राष्ट्र जैव विविधता कन्वेंशन (UN Convention on Biological Diversity-CBD) के बारे में

  • CBD को 1992 में रियो डी जनेरियो पृथ्वी शिखर सम्मेलन में हस्ताक्षर के लिए खोला गया, और दिसंबर 1993 में यह लागू हुआ
  • CBD जैव विविधता के संरक्षण, जैव विविधता के घटकों के सतत उपयोग और आनुवंशिक संसाधनों के उपयोग से उत्पन्न लाभों के समान बंटवारे के लिए एक अंतरराष्ट्रीय संधि है
  • इस संधि के पक्षकारों की संख्या 196 है।
  • यह कन्वेंशन जैव विविधता और पारिस्थितिकी तंत्र सेवाओं के लिए सभी खतरों को दूर करने का प्रयास करता है। बायोसेफ्टी पर कार्टाजेना प्रोटोकॉल (Cartagena Protocol on Biosafety) और एक्सेस और बेनिफिट-शेयरिंग पर नागोया प्रोटोकॉल (Nagoya Protocol) CBD के पूरक समझौते हैं।
error: Content is protected !!