एंडोसिम्बायोटिक सिद्धांत
हाल ही में प्रकाशित दो रिसर्च पेपर्स ने एंडोसिम्बायोटिक सिद्धांत (endosymbiotic theory) में नई रुचि पैदा की है। एंडोसिम्बायोटिक सिद्धांत बताता है कि माइटोकॉन्ड्रिया (जीवों में ऊर्जा देने वाला) और क्लोरोप्लास्ट (पौंधों में प्रकाश संश्लेषण) जैसे अंगक कभी स्वच्छंद बैक्टीरिया थे जिन्हें बाद में प्राप्तकर्ता कोशिकाओं (यूकेरियोटिक कोशिकाएं) द्वारा निगल लिया गया था।
नाइट्रोजन स्थिरीकरण
यह खोज नाइट्रोजन स्थिरीकरण से संबंधित है। नाइट्रोजन सभी जीवित जीवों के प्रोटीन और डीएनए में एक प्रमुख घटक है। यद्यपि नाइट्रोजन गैस मात्रा के हिसाब से पृथ्वी के वायुमंडल का लगभग 78% हिस्सा बनाती है, पौधों और जानवरों में ऐसी प्रणाली का अभाव है जो वायुमंडलीय नाइट्रोजन का उपयोग कर सके।
बैक्टीरिया और आर्किया नाइट्रोजन स्थिरीकरण (या अमोनीकरण) द्वारा वायुमंडलीय नाइट्रोजन गैस को अमोनिया में परिवर्तित करने में मदद करते हैं ताकि नाइट्रोजन को पौधों के लिए उपयोग योग्य बनाया जा सके। जैविक नाइट्रोजन स्थिरीकरण (बीएनएफ) प्रोकैरियोट्स के एक विशेष समूह द्वारा किया जाता है।
इन प्रोकैरियोट्स में साइनोबैक्टीरिया जैसे जलीय जीव, एजोटोबैक्टर जैसे मिट्टी के स्वच्छंद बैक्टीरिया, पौधों के साथ सहयोगी संबंध बनाने वाले बैक्टीरिया, जैसे एजोस्पिरिलम, और सबसे महत्वपूर्ण, राइजोबियम और ब्रैडीरिज़ोबियम जैसे बैक्टीरिया शामिल हैं, जो फलियां और पौधों के साथ सहजीवी संबंध बनाते हैं।
प्रोकैरियोट्स (Prokaryotes) और यूकेरियोट्स (Eukaryotes)
बता दें कि पृथ्वी पर करोड़ों जीवन रूप हैं, और वे सभी केवल दो मूल प्रकार की कोशिकाओं से बने हैं: प्रोकैरियोट्स (Prokaryotes) और यूकेरियोट्स (Eukaryotes)।
प्रोकैरियोट्स छोटे और सरल होते हैं और कोशिका के अंदर गोलाकार डीएनए के छल्ले मुक्त रूप से तैरते हैं। यूकेरियोट्स बड़े और अधिक जटिल हैं। उनमें एक केन्द्रक यानि न्यूक्लियस होता है, जिनमें एक लिपिड झिल्ली के भीतर रैखिक डीएनए के स्ट्रिंग्स होते है।
सभी जीवन रूप जिन्हें आप देखने के आदी हैं – जानवर (मनुष्यों सहित), पौधे और फंगस – यूकेरियोटिक कोशिकाओं से बने होते हैं।
वहीं बैक्टीरिया, जो इतने छोटे होते हैं कि माइक्रोस्कोप से ही देखा जा सकता है, प्रोकैरियोटिक कोशिकाओं से बने होते हैं।
लगभग 1.8 अरब वर्ष पहले यूकेरियोटिक कोशिकाओं के अस्तित्त्व में आने से पहले प्रोकैरियोट्स बहुत लंबे समय तक अस्तित्व में थे। इसी वजह से कुछ वैज्ञानिक यह सोचने के लिए प्रेरित हुए कि सभी यूकेरियोटिक कोशिकाओं का पूर्वज एक प्रोकैरियोट था।