ऑक्सफैम इंटरनेशनल की “सर्वाइवल ऑफ द रिचेस्ट” रिपोर्ट

ऑक्सफैम इंटरनेशनल की “सर्वाइवल ऑफ द रिचेस्ट” (Survival of the Richest) रिपोर्ट के अनुसार, भारत में सर्वाधिक धनी 1% लोगों के पास अब देश की कुल संपत्ति का 40% से अधिक हिस्सा है और नीचे की आधी आबादी के पास केवल 3% संपत्ति है।

महिला कर्मियों को एक पुरुष कर्मी द्वारा कमाए गए प्रत्येक 1 रुपये के लिए केवल 63 पैसे मिलते है। नवंबर 2022 तक महामारी शुरू होने के बाद से अरबपतियों की संपत्ति में 121% की वृद्धि हुई है। वहीं वैश्विक स्तर पर 2020 के बाद से कुल 42 ट्रिलियन डॉलर की नई परिसंपत्ति बनाई गई है जिनमें से 26 ट्रिलियन डॉलर या 63% की नई परिसंपत्ति विश्व के सर्वाधिक धनी % द्वारा जमा की जा रही है।

ऑक्सफैम का कहना है कि शेष 99% वैश्विक आबादी ने केवल 16 ट्रिलियन डॉलर की नई परिसंपत्ति अर्जित की है।

रिपोर्ट ने आपदाकालीन मुनाफाखोरी को समाप्त करने के लिए वन-ऑफ सॉलिडेरिटी वेल्थ टैक्स और विंडफॉल टैक्स शुरू करने का सुझाव दिया है। इसने सबसे अमीर 1% पर करों में स्थायी वृद्धि और विशेष रूप से पूंजीगत लाभ पर कर बढ़ाने का भी सुझाव दिया है।

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