DRDO ने स्वदेशी राइफल ‘उग्रम’ (Ugram) का अनावरण किया

हाल ही में, भारत के रक्षा अनुसंधान विकास संगठन (DRDO) ने एक स्वदेशी राइफल का अनावरण किया, जिसका नाम ‘उग्रम’ (Ugram) है। इसे 100 दिनों से भी कम समय में विकसित किया गया है।

आर्मामेंट रिसर्च एंड डेवलपमेंट एस्टेब्लिशमेंट (एआरडीई) और DRDO ने ‘उग्रम’ राइफल विकसित की है।

राइफल 7.62 मिमी कैलिबर के राउंड तैनात करने में सक्षम होगी, जो इसे 5.62 मिमी कैलिबर राउंड का उपयोग करने वाली राइफलों की तुलना में अधिक क्रूर बना देगी।

‘उग्रम’ राइफल को सैन्य, अर्धसैनिक और पुलिस बलों की परिचालन आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए विकसित किया गया है।

उग्रम राइफल का वजन चार किलोग्राम है और इसकी प्रभावी रेंज 500 मीटर होगी, जो लगभग पांच फुटबॉल मैदानों के बराबर है।

राइफल को सेना के जनरल स्टाफ क्वालिटेटिव रिक्वायरमेंट्स (GSQR) के अनुसार विकसित किया गया है। GSQR पूंजीगत खरीद की प्रारंभिक प्रक्रियाओं में से एक है।

यह हथियार पूरी तरह से स्वदेशी हैं, जो अंतरराष्ट्रीय मानकों से मेल खाता है। इस बंदूक की टेस्टिंग हर मौसम में की जाएगी। यह टेस्टिंग यह पता लगाने के लिए किया जा रहा है कि यह कितनी कारगर साबित है।

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