डिसेंट्रलाइज्ड ऑटोनोमॉस ऑर्गेनाइजेशन (DAO)
विकेंद्रीकृत स्वायत्त संगठन (Decentralised Autonomous Organisations: DAOs) ब्लॉकचेन प्रौद्योगिकी और गवर्नेंस के मध्य एक अभूतपूर्व इनोवेशन का प्रतिनिधित्व करते हैं।
ये डिजिटल संस्थाएं केंद्रीकृत नियंत्रण के बिना काम करती हैं और स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट्स और उनके सदस्यों की सर्वसम्मति द्वारा शासित होती हैं, जो अक्सर निर्णय लेने और संसाधन आवंटन के साधन के रूप में क्रिप्टोकरेंसी का उपयोग करती हैं।
DAO ने पारदर्शी, लोकतांत्रिक और स्व-क्रियान्वयन प्रणालियों को बढ़ावा देकर वित्त, कला और शासन सहित विभिन्न उद्योगों को बदलने की अपनी क्षमता के लिए ध्यान आकर्षित किया है।
ये संस्थाएं न केवल पारंपरिक व्यावसायिक संरचनाओं को नया आकार दे रही हैं, बल्कि डिजिटल दुनिया में हमारे विश्वास, शासन और सहयोग को समझने के तरीके को भी चुनौती दे रही हैं।
DAO एक कंप्यूटर प्रोग्राम के रूप में एन्कोडेड नियमों द्वारा प्रस्तुत एक संगठन है जो पारदर्शी है, संबंधित संगठन के सदस्यों द्वारा नियंत्रित है, और सरकार से प्रभावित नहीं है।
DAO के पीछे का विचार ब्लॉकचेन नेटवर्क पर स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट (smart contracts ) द्वारा शासित आत्मनिर्भर, समुदाय-संचालित यूनिट बनाना है।
ये स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट बिचौलियों की आवश्यकता के बिना ऑटोनॉमस रूप से पूर्व-निर्धारित नियमों का क्रियान्वयन करते हैं, पारंपरिक अधिकारियों के बजाय कोड के माध्यम से विश्वास सुनिश्चित करते हैं।
DAO के सबसे महत्वपूर्ण पहलुओं में से एक सहयोग के विचार को बदलने की उनकी क्षमता है। वे अभूतपूर्व पैमाने पर वैश्विक, बॉर्डरलेस सहयोग को सक्षम बनाते हैं।
इसके भागीदार, जिन्हें अक्सर टोकन होल्डर कहा जाता है, संगठन के लक्ष्यों और संसाधनों से संबंधित निर्णयों पर प्रस्ताव और मतदान कर सकते हैं। विकेंद्रीकृत निर्णय लेने की प्रक्रिया यह सुनिश्चित करती है कि कोई भी इकाई अनुचित प्रभाव न रखे।