DAP-2020: भारतीय उद्योग को लाइट टैंक और संचार उपकरण जैसे बड़े टिकट प्लेटफॉर्म के विकास में शामिल किया गया
रक्षा मंत्रालय ने एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए रक्षा अधिग्रहण प्रक्रिया (Defence Acquisition Procedure: DAP) 2020 की मेक-I श्रेणी के तहत डिजाइन और विकास के लिए भारतीय उद्योग की चार परियोजनाओं की पेशकश की है। उद्योग को इन परियोजनाओं के प्रोटोटाइप विकास के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी।
- उद्योग के अनुकूल DAP-2020 के लॉन्च के बाद ऐसा पहली बार हुआ है कि भारतीय उद्योग को भारतीय सुरक्षा प्रोटोकॉल के साथ लाइट टैंक और संचार उपकरण जैसे बड़े टिकट प्लेटफॉर्म के विकास में शामिल किया गया है।
रक्षा मंत्रालय की कॉलेजिएट कमेटी द्वारा जिन परियोजनाओं को ‘सैद्धांतिक रूप से मंजूरी’ (एआईपी) दी गई है उनकी सूची इस प्रकार है:
- भारतीय वायु सेना: भारतीय सुरक्षा प्रोटोकॉल के साथ संचार उपकरण (राउटर, स्विच, एन्क्रिप्टर्स, वीओआईपी फोन और उनके सॉफ्टवेयर)
- भारतीय वायु सेना: भू-आधारित प्रणाली के साथ एयरबोर्न इलेक्ट्रो ऑप्टिकल पॉड
- भारतीय वायु सेना: एयरबोर्न स्टैंड-ऑफ जैमर
- भारतीय सेना: भारतीय लाइट टैंक
उद्योग द्वारा वित्त पोषित मेक-II प्रक्रिया के तहत निम्नलिखित पांच परियोजनाओं के लिए एआईपी भी प्रदान किया गया है:-
- भारतीय वायु सेना: अपाचे हेलिकॉप्टर के लिए पूर्ण गति सिम्युलेटर
- भारतीय वायु सेना: चिनूक हेलिकॉप्टर के लिए पूर्ण गति सिम्युलेटर
- भारतीय वायु सेना: विमान रखरखाव के लिए पहनने योग्य रोबोटिक उपकरण
- भारतीय सेना: यंत्रीकृत बलों के लिए एकीकृत निगरानी और लक्ष्यीकरण प्रणाली
- भारतीय सेना: स्वायत्त लड़ाकू वाहन
DAP 2020
- डीएपी 2020 को सरकार के आत्म-निर्भर भारत के विज़न के साथ जोड़ा गया है और इसका मेक इन इंडिया पहल के माध्यम से भारतीय घरेलू उद्योग को सशक्त बनाने के साथ भारत को वैश्विक विनिर्माण केंद्र में बदलने का अंतिम उद्देश्य है।
- नई विदेशी प्रत्यक्ष निवेश नीति की घोषणा के साथ,डीएपी 2020 में भारतीय घरेलू उद्योग के हितों की रक्षा करते हुए आयात प्रतिस्थापन और निर्यात दोनों के लिए विनिर्माण केंद्र स्थापित करने हेतु एफडीआई को प्रोत्साहित करने के लिए पर्याप्त रूप से प्रावधान शामिल किए गए हैं।