यूनेस्को में फिर से शामिल होगा अमेरिका
संयुक्त राज्य अमेरिका की जुलाई 2023 से यूनेस्को संगठन में फिर से शामिल होने की योजना है। प्रस्तावित योजना को अब अनुमोदन के लिए यूनेस्को सदस्य देशों की महासभा में प्रस्तुत किया किया जायेगा और इसकी मंजूरी के पश्चात वह फिर से इसमें शामिल हो सकगा।
प्रमुख तथ्य
इजरायल विरोधी पूर्वाग्रह और कुप्रबंधन के आरोपों पर दिसंबर 2018 में संयुक्त राज्य अमेरिका संयुक्त राष्ट्र की सांस्कृतिक एजेंसी यूनेस्को की सदस्यता त्याग दी थी।
संयुक्त राज्य अमेरिका पेरिस स्थित यूनेस्को के वित्त पोषण का पांचवां हिस्सा देता रहा है, लेकिन 2011 में जब फिलिस्तीन इस संगठन का पूर्ण सदस्य बन गया तो उसने भुगतान करना बंद कर दिया क्योंकि इस तरह के वित्त पोषण अमेरिकी कानून द्वारा प्रतिबंधित है।
अमेरिकी कानून ऐसी किसी भी संयुक्त राष्ट्र एजेंसी को फंड देने पर रोक लगाते हैं जो फिलिस्तीनियों को उनके देश को मान्यता देता है।
वर्ष 2011 में फिलिस्तीन को एक सदस्य देश के रूप में शामिल करने के लिए मतदान करने के बाद अमेरिका और इज़राइल ने यूनेस्को को धन देना बंद कर दिया और दोनों देशों ने 2013 में अपना मतदान अधिकार भी खो दिया।
अब अमेरिका इस संगठन में वापस इसलिए लौट रहा है क्योंकि उसे डर है कि यूनेस्को में उसकी जगह चीन तेजी से लेता जा रहा है, विशेष रूप से दुनिया भर में कृत्रिम बुद्धिमत्ता और प्रौद्योगिकी शिक्षा के लिए मानक स्थापित करने के मामले में।
बता दें कि तत्कालीन राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन ने भी 1983 में यू.एस. को यूनेस्को से वापस ले लिया था। बाद में 2002 में, जॉर्ज डब्ल्यू बुश के समय अमेरिका फिर से इसमें शामिल हुआ था।