छत्तीसगढ़ ने गुरु घासीदास-तमोर पिंगला टाइगर रिजर्व बनाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी
छत्तीसगढ़ सरकार ने 7 अगस्त को गुरु घासीदास-तमोर पिंगला टाइगर रिजर्व (Guru Ghasidas-Tamor Pingla Tiger Reserve) को एक नए टाइगर रिजर्व के रूप में अधिसूचित करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी। यह देश का तीसरा सबसे बड़ा टाइगर रिजर्व होगा।
यह छत्तीसगढ़ का चौथा टाइगर रिजर्व है। छत्तीसगढ़ के अन्य टाइगर रिजर्व हैं; इंद्रावती टाइगर रिजर्व (बीजापुर), उदंती-सीतानदी टाइगर रिजर्व (गरियाबंद) और अचानकमार टाइगर रिजर्व (मुंगेली)।
राज्य मंत्रिमंडल ने मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर, कोरिया, सूरजपुर और बलरामपुर जिलों में स्थित गुरु घासीदास नेशनल पार्क और तमोर पिंगला अभयारण्य के क्षेत्रों को मिलाकर नया टाइगर रिजर्व बनाया है।
यह राज्य के चार उत्तरी जिलों में 2,829 वर्ग किलोमीटर में फैला है।
इस टाइगर रिजर्व के बनने से राज्य में इको-टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा और कोर और बफर जोन में रहने वाले ग्रामीणों के लिए गाइड, टूरिस्ट वाहन संचालक और रिसॉर्ट मैनेजर के तौर पर रोजगार के अवसर पैदा होंगे।
इसके अलावा, नेशनल प्रोजेक्ट टाइगर अथॉरिटी इस टाइगर रिजर्व के संचालन के लिए अतिरिक्त बजट मुहैया कराएगी, जिससे आसपास के गांवों में आजीविका विकास की नई परियोजनाएं शुरू हो सकेंगी।