केंद्र सरकार स्वदेश दर्शन 2.0 में 15 राज्यों में डेस्टिनेशन स्थलों को बढ़ावा देगी
‘स्वदेश दर्शन 2.0’ (Swadesh Darshan 2.0) का पहला चरण जनवरी 2023 में शुरू किया जाएगा। ‘स्वदेश दर्शन 2.0’ डेस्टिनेशन पर्यटन पर बल देगा जबकि स्वदेश दर्शन योजना 1.0 थीम-आधारित पर्यटन सर्किट योजना थी।
- स्वदेश दर्शन 2.0 के प्रथम चरण में देश भर के 15 राज्यों को शामिल किया जाएगा। इनमें मध्य प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र शामिल हैं।
- प्रत्येक राज्य से दो पर्यटन डेस्टिनेशन स्थलों की पहचान की गई है। उत्तर प्रदेश में झांसी और प्रयागराज, मध्य प्रदेश में ग्वालियर, चित्रकूट और खजुराहो और महाराष्ट्र में अजंता और एलोरा इन स्थलों में शामिल हैं।
- राज्य पर्यटन विभागों के साथ परामर्श के बाद गंतव्यों का चयन किया गया।
- ‘स्वदेश दर्शन 2.0 में घरेलू पर्यटकों पर बल दिया जायेगा। सरकार ने “देखो अपना देश” लॉन्च किया है जो घरेलू पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए एक बड़ा अभियान है।
- यह योजना घरेलू यात्रियों के लिए अधिक अवसर पैदा करने के लिए टियर- II और टियर- III गंतव्यों को विकसित करने पर ध्यान केंद्रित करेगी।
स्वदेश दर्शन 2.0 (SD2.0) को निम्नलिखित उद्देश्यों के साथ एक जिम्मेदार गंतव्य केंद्रित दृष्टिकोण (Responsible Destination centred approach) के रूप में विकसित किया जायेगा :
- स्थानीय अर्थव्यवस्थाओं में पर्यटन के योगदान को बढ़ाना।
- स्थानीय समुदायों के लिए स्वरोजगार सहित नौकरियों का सृजन करना।
- पर्यटन और आतिथ्य सत्कार में स्थानीय युवाओं के कौशल को बढ़ाना।
- पर्यटन और आतिथ्य क्षेत्र में निजी क्षेत्र के निवेश को बढ़ाना।
- स्थानीय सांस्कृतिक और प्राकृतिक संसाधनों को संरक्षित करना और उनमें वृद्धि करना।
स्वदेश दर्शन योजना
- बता दें कि स्वदेश दर्शन योजना 100% केंद्र द्वारा वित्त पोषित है।
- स्वदेश दर्शन 2.0 योजना को “वोकल फॉर लोकल” के मंत्र के साथ नया रूप दिया गया है।
- स्वदेश दर्शन योजना 1.0 केंद्र सरकार द्वारा 2014-15 में थीम आधारित पर्यटन सर्किट के एकीकृत विकास के लिए शुरू की गई थी।
- इस योजना के तहत, पर्यटन मंत्रालय देश में पर्यटन के बुनियादी ढांचे के विकास के लिए राज्य सरकारों, केंद्र शासित प्रदेशों के प्रशासन या केंद्रीय एजेंसियों को वित्तीय सहायता प्रदान करता है।