6G के लिए क्लासिकल और क्वांटम संचार पर उत्कृष्टता केंद्र

दूरसंचार सचिव ने चेन्नई के IITM रिसर्च पार्क में “6G के लिए क्लासिकल और क्वांटम संचार” पर उत्कृष्टता केंद्र का उद्घाटन किया है।

यह दूरसंचार उत्कृष्टता केंद्र (TCoE)-भारत का एक उप-केंद्र है और यह अभूतपूर्व गति, अल्ट्रा-लो लेटेंसी और बेहतर कनेक्टिविटी का वादा करते हुए 6G तकनीक के विकास और तैनाती का नेतृत्व करेगा।

यह केंद्र नवाचार के लिए एक केंद्र के रूप में काम करेगा, जो अत्याधुनिक परियोजनाओं पर सहयोग करने के लिए अकादमिक और उद्योग विशेषज्ञों को एक साथ लाएगा।

यह केंद्र IIT मद्रास में मौजूदा 5G टेस्ट बेड के बीच इंटरकनेक्शन की सुविधा भी प्रदान करेगा।

बता दें कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 23 मार्च, 2023 को भारत के 6G विजन से संबंधित “भारत 6G विजन” डॉक्यूमेंट जारी किया था, जिसमें 2030 तक 6G प्रौद्योगिकी के डिजाइन, विकास और तैनाती के मामले में भारत को एक अग्रणी योगदानकर्ता बनाने की परिकल्पना की गई थी।

भारत 6G विजन किफायत, निरंतरता और सर्वव्यापकता के सिद्धांतों पर आधारित है। यह सुनिश्चित करता है कि भारत ऐसी एडवांस्ड दूरसंचार प्रौद्योगिकियों एवं समाधानों के अग्रणी आपूर्तिकर्ता के रूप में दुनिया में अपना उचित स्थान बनाए, जो किफायती हों और वैश्विक कल्याण में योगदान करें।

बता दें कि संयुक्त राष्ट्र की सूचना और संचार प्रौद्योगिकी की विशेषज्ञ एजेंसी ITU द्वारा सिक्स्थ जनरेशन या 6G तकनीक को ‘IMT 2030’ नाम दिया गया है।

इंटरनेशनल मोबाइल टेलीकम्यूनिकेशंस (IMT) शब्द ITU  समुदाय द्वारा ब्रॉडबैंड मोबाइल सिस्टम को नामित करने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला कॉमन वर्ड है।

22 जून 2023 को स्वीकृत हुई 6G फ्रेमवर्क से संबंधित ITU की सिफारिश 6G से जुड़े अनुसंधान एवं विकास के लिए आधार डॉक्यूमेंट के रूप में काम करेगी और दुनिया भर में 6G प्रौद्योगिकी के विकास का मार्ग प्रशस्त करेगी।

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