सेंट्रल सस्पेक्ट रजिस्ट्री
सेंट्रल सस्पेक्ट रजिस्ट्री (Central suspect registry) 10 सितंबर 2024 को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा लॉन्च किया गया। इसे साइबर अपराध, विशेष रूप से वित्तीय धोखाधड़ी से निपटने के लिए तैयार किया गया है।
लॉन्च होने के बाद से केवल 90 दिनों में ही इसने 208 मिलियन डॉलर के नुकसान को रोकने में मदद की है। रजिस्ट्री साइबर अपराध से निपटने के राष्ट्रव्यापी प्रयास का हिस्सा है, जिसने 600,000 से अधिक धोखाधड़ी वाले लेनदेन को रोका है।
यह पहल भारत की साइबर सुरक्षा को बढ़ाने और इसकी वित्तीय प्रणालियों की सुरक्षा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
सस्पेक्ट रजिस्ट्री वित्तीय धोखाधड़ी और अन्य साइबर अपराधों से जुड़े 1.4 मिलियन साइबर अपराधियों का डेटा रखने वाली राज्य और केंद्रीय दोनों एजेंसियों के लिए सुलभ है। इसे राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल (National Cybercrime Reporting Portal: NCRP) के साथ एकीकृत किया गया है और यह धोखाधड़ी की पहचान करने और उसे रोकने के लिए बैंकों और वित्तीय संस्थानों के साथ मिलकर काम करता है।