Operation Kaveri: सूडान में फंसे भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए ‘ऑपरेशन कावेरी’ लॉन्च किया गया
केंद्र सरकार ने 24 अप्रैल को सूडान में फंसे करीब 3,000 भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए ‘ऑपरेशन कावेरी’ (Operation Kaveri) शुरू किया।
बता दें कि पिछले कई दिनों में सूडान में विभिन्न स्थानों पर देश की सेना और अर्धसैनिक बल के बीच भयंकर लड़ाई की वजह राजधानी खार्तूम में स्थिति भयावह हो गयी है।
भारतीय नौसेना का एक गश्ती पोत, आईएनएस सुमेधा, पहले से ही पोर्ट सूडान में इंतजार कर रहा है और नागरिकों को सऊदी अरब में जेद्दा ले जाने की संभावना है।
भारतीय वायु सेना (IAF) के दो C-130J परिवहन विमान भारत के लिए उड़ान भरने के लिए जेद्दा में स्टैंडबाय पर हैं।
पोर्ट सूडान, सूडान की राजधानी खार्तूम से लगभग 850 किमी दूर है।
गौरतलब है कि कावेरी नदी कर्नाटक और तमिलनाडु के दक्षिणी राज्यों से होकर बहने वाली प्रमुख भारतीय नदियों में से एक है। यह नदी दक्षिण भारत में पवित्र है और देवी कावेरीअम्मा (मां कावेरी) के रूप में पूजी जाती हैं।
अन्य ऑपरेशन
एक साल से अधिक समय पहले, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की अगुआई वाली सरकार ने रूस के साथ संघर्ष के बीच यूक्रेन से भारतीय छात्रों को निकालने के लिए ‘ऑपरेशन गंगा’ (Operation Ganga) अभियान लॉन्च किया था। कावेरी की तरह गंगा न केवल विशाल जल संसाधन का स्रोत है बल्कि भारत में इसकी पूजा की जाती है।
वहीं अफगानिस्तान में तालिबान के हमले के समय भारत द्वारा चलाए गए बचाव अभियान को ‘ऑपरेशन देवी शक्ति’ (Operation Devi Shakti) नाम दिया गया था।