Operation Trishul: सीबीआई ने जनवरी 2022 से 33 अपराधियों को सफलतापूर्वक प्रत्यर्पित किया
केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ‘ऑपरेशन त्रिशूल’ (Operation Trishul) के तहत पिछले एक साल में विभिन्न आपराधिक गतिविधियों में शामिल 33 भगोड़ों का प्रत्यर्पण किया है।
ऑपरेशन त्रिशूल के लॉन्च के बाद से, CBI ने जनवरी 2022 से 33 अपराधियों को सफलतापूर्वक प्रत्यर्पित किया है, जिसमें एजेंसी ने 2022 में 27 और 2023 में छह भगोड़ों को वापस लाया है।
CBI 12 मार्च को ‘ऑपरेशन त्रिशूल’ के तहत सऊदी अरब से प्रत्यर्पण के जरिए केरल पुलिस द्वारा वांछित अपहरण और हत्या के एक आरोपी को वापस देश लाई है। यह आरोपी पिछले साल से प्रत्यर्पित 33वां भगोड़ा है।
CBI ‘ऑपरेशन त्रिशूल’ के तहत भगोड़ों को पकड़ने के लिए तीन-आयामी रणनीति का उपयोग कर रही है।
पहली रणनीति में इंटरपोल के माध्यम से एक भगोड़े का पता लगाया जाता है और उस सदस्य की देश से निर्वासन या प्रत्यर्पण की मांग करना है जहां वह छिपा हुआ है।
दूसरी रणनीति के तहत CBI वित्तीय अपराधियों द्वारा अपराध की आय के वितरण की पहचान करने के लिए इंटरपोल के तंत्र – स्टार ग्लोबल फोकल प्वाइंट नेटवर्क, वित्तीय अपराध विश्लेषण फाइलें और अन्य चैनल की भी मदद लेती है, ताकि आपराधिक तरीके से अर्जित आय को पुनर्प्राप्त करने के लिए औपचारिक चैनलों के माध्यम से कदम उठाए जा सकें।
तीसरी रणनीति के तहत शेल कंपनियों, धोखाधड़ी लेनदेन, मनी म्यूल्स इत्यादि के बारे में आपराधिक खुफिया जानकारी प्राप्त करके उनका समर्थन कर रहे नेटवर्क को समाप्त किया जाता है।