मंत्रिमंडल ने इंटरनेशनल बिग कैट एलायंस (IBCA) की भारत की सदस्यता को मंजूरी दी

केंद्रीय मंत्रिमंडल ने इंटरनेशनल बिग कैट एलायंस (IBCA) की स्थापना संबंधी फ्रेमवर्क समझौते पर हस्ताक्षर और अनुसमर्थन करके भारत के इंटरनेशनल बिग कैट एलायंस (IBCA) का सदस्य देश बनने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है।

9 अप्रैल, 2023 को भारत के प्रोजेक्ट टाइगर के 50 साल पूरे होने के अवसर पर प्रधानमंत्री ने सात बिग कैट्स और उनके हैबिटैट के भविष्य को सुरक्षित करने के उद्देश्य से इंटरनेशनल बिग कैट एलायंस लॉन्च किया।

सात बिग कैट्स यानी बड़ी बिल्ली प्रजातियों में बाघ, शेर, तेंदुआ, हिम तेंदुआ, प्यूमा, जगुआर और चीता शामिल हैं। इनमें से पाँच बिग कैट्स बाघ, शेर, तेंदुआ, हिम तेंदुआ और चीता भारत में पाई जातीहैं।

केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 29.02.2024 को आयोजित अपनी बैठक में 150 करोड़ रुपये की एकमुश्त बजटीय सहायता के साथ भारत में मुख्यालय वाले इंटरनेशनल बिग कैट एलायंस की स्थापना को मंजूरी दी।

इंटरनेशनल बिग कैट एलायंस का उद्देश्य बिग कैट प्राप्ति वाले 95 रेंज देशों, बिग कैट संरक्षण में रुचि रखने वाले नॉन-रेंज देशों, संरक्षण भागीदारों और बिग कैट संरक्षण के क्षेत्र में काम करने वाले वैज्ञानिक संगठनों के अलावा बिग कैट के हित में योगदान देने के इच्छुक व्यावसायिक समूहों और कॉरपोरेट्स का बहु-देशीय, बहु-एजेंसी गठबंधन बनना है।

संयुक्त राष्ट्र के सभी सदस्य देश IBCA के सदस्य बनने के लिए पात्र हैं। चौबीस (24) देशों (भारत सहित) ने IBCA के सदस्य बनने के लिए सहमति व्यक्त की है।

अब तक भारत, निकारागुआ, इस्वातिनी और सोमालिया सहित 4 देश IBCA के सदस्य बन चुके हैं। भारत इंटरनेशनल बिग कैट एलायंस का संस्थापक सदस्य है।

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