भारत का पहला सौर ऊर्जा संचालित एक्सप्रेसवे

उत्तर प्रदेश सरकार ने सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित करने के लिए 296 किलोमीटर लंबे बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे (Bundelkhand Expressway) के किनारे 1,700 हेक्टेयर भूमि की पहचान की है।

यूपी एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (UPEIDA) परियोजना का खाका तैयार कर रहा है। इसका उद्देश्य बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे को भारत का पहला सौर ऊर्जा संचालित एक्सप्रेसवे (India’s first solar-powered expressway) बनाना है।

राज्य सरकार के अनुसार, एक्सप्रेसवे के साथ-साथ आसपास के 100,000 घरों को रोशन करने के लिए सौर ऊर्जा के उपयोग से कार्बन उत्सर्जन में कटौती होगी और ऊर्जा लागत में बचत होगी।

इस परियोजना का अपेक्षित जीवनकाल 25 वर्ष है और पेबैक अवधि 10-12 वर्ष निर्धारित है।

सौर परियोजना एक्सप्रेसवे के आसपास के घरों की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करेगी और ई-मोबिलिटीऔर स्थानीय सामाजिक आर्थिक विकास की नींव के रूप में काम करेगी।

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