वर्ष 2037 तक भारत होगी तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था-CEBR

ब्रिटिश कंसल्टेंसी सेंटर फॉर इकोनॉमिक्स एंड बिजनेस रिसर्च (CEBR) ने कहा है कि भारत 2037 तक मौजूदा पांचवीं से तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा।

सेंटर फॉर इकोनॉमिक्स एंड बिजनेस रिसर्च ने अपनी वार्षिक विश्व आर्थिक लीग टेबल (World Economic League Table) में कहा कि अगले पांच वर्षों में, भारत की सकल घरेलू उत्पाद की वार्षिक वृद्धि दर औसतन 6.4 प्रतिशत रहने की उम्मीद है, जिसके बाद के नौ वर्षों में विकास दर औसतन 6.5 प्रतिशत रहने की उम्मीद है।

2035 तक, भारत के दुनिया की तीसरी 10 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने का अनुमान है।

CEBR ने यह भी कहा है कि 2037 तक, विश्व सकल घरेलू उत्पाद दोगुना हो जाएगा क्योंकि विकासशील अर्थव्यवस्थाएं अमीर देशों की रह पर होंगी।

शक्ति के बदलते संतुलन से 2037 तक पूर्वी एशिया और प्रशांत क्षेत्र का वैश्विक उत्पादन में एक तिहाई से अधिक का योगदान होगा, जबकि यूरोप का हिस्सा पांचवे से भी कम हो जाएगा।

हालांकि रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि वैश्विक अर्थव्यवस्था को 2023 में मंदी का सामना करना पड़ेगा, मुख्य रूप से उच्च मुद्रास्फीति को रोकने के लिए केंद्रीय बैंकों द्वारा ब्याज दरों में वृद्धि के कारण।

अपनी वार्षिक विश्व आर्थिक लीग टेबल में, इसने कहा कि वैश्विक अर्थव्यवस्था 2022 में पहली बार 100 ट्रिलियन डॉलर को पार कर गई, लेकिन 2023 में रुक जाएगी क्योंकि नीति निर्माताओं को बढ़ती कीमतों के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखनी होगी जिससे ब्याज दरों में वृद्धि होगी।

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