हाटी जनजातियों का ‘बोडा त्यौहार’ उत्सव
हिमाचल प्रदेश के ट्रांस-गिरी क्षेत्र की हाटी जनजातियों (Hatti community) का सबसे बड़ा वार्षिक उत्सव, जीवंत बोडा त्यौहार उत्सव (Boda Tyohar festival), 10 जनवरी को बहुत उत्साह और पारंपरिक जोश के साथ शुरू हुआ।
यह त्यौहार हाटी समुदाय के लिए अत्यधिक सांस्कृतिक महत्व रखता है। यह उत्सव ‘माघ’ माह के अंत में समाप्त होगा। इस त्यौहार को स्थानीय रूप से माघो को त्यौहार के नाम से जाना जाता है।
हाटी एक घनिष्ठ समुदाय है, जिसे यह नाम शहरों में ‘हाट’ कहे जाने वाले छोटे बाजारों में घरेलू सब्जियां, फसलें, मांस और ऊन आदि बेचने की परंपरा से मिला है।
हाटी समुदाय गिरि और टोंस नामक दो नदियों द्वारा सिरमौर शहर से कटा हुआ है।
हाटी समुदाय का शासन खुम्बली नामक एक पारंपरिक परिषद द्वारा संचालित होता है, जो हरियाणा की खापों की तरह सामुदायिक मामलों का निर्णय करती है।
संविधान (अनुसूचित जनजाति) आदेश (द्वितीय संशोधन) अधिनियम, 2023 के तहत हाटी समुदाय को अनुसूचित जनजाति का दर्जा दिया गया।