55 Cancri e: चट्टानी एक्सोप्लैनेट के आसपास वायुमंडलीय गैसों का पता लगाया गया

नासा के जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप की मदद से शोधकर्ताओं ने पृथ्वी से 41 प्रकाश वर्ष दूर एक गर्म चट्टानी एक्सोप्लैनेट 55 कैनक्री ई  (55 Cancri e) के आसपास वायुमंडलीय गैसों का पता लगाया है।

यह हमारे सौर मंडल के बाहर किसी चट्टानी ग्रह के वातावरण के जीवन के अस्तित्व का अब तक का सबसे अच्छा संभावित सबूत है।

55 कैनक्री ई को जैनसेन के नाम से भी जाना जाता है, यह कर्क राशि में सूर्य जैसे तारे 55 कैनक्री की परिक्रमा करने वाले पांच ज्ञात ग्रहों में से एक है।

यह पृथ्वी से लगभग दोगुना व्यास और थोड़ा अधिक घनत्व वाला है। इस ग्रह को सुपर-अर्थ के रूप में वर्गीकृत किया गया है। पृथ्वी से बड़ा और नेपच्यून से छोटे चट्टानी ग्रहों को सुपर अर्थ (super-Earth) कहा जाता है।

55 कैनक्री ई या जानसेन नामक ग्रह पृथ्वी से लगभग 8.8 गुना अधिक विशाल है। यह ग्रह संभवतः टाइडली लॉक्ड (tidally locked) है, जिसका अर्थ है कि इसका एक साइड हमेशा इसके सूर्य की ओर रहता है, ठीक उसी तरह जैसे चंद्रमा का एक साइड हमेशा पृथ्वी की ओर होता है।

बता दें कि एक्सोप्लैनेट (exoplanet) हमारे सौर मंडल से बाहर ऐसा कोई भी ग्रह है जो किसी अन्य सूर्य का परिक्रमा करता है।

हमारे सौर मंडल में, पृथ्वी, मंगल, बुध और शुक्र पार्थिव (terrestrial) या चट्टानी ग्रह हैं।

इन्हें पार्थिव (terrestrial) या चट्टानी कहा जाता है क्योंकि इनकी सतह पृथ्वी की टेरा फ़र्मा की तरह सघन, चट्टानी होती है।

पार्थिव ग्रह सौरमंडल के चार सबसे भीतरी (इनरमोस्ट) ग्रह हैं। किसी भी पार्थिव ग्रह में वलय या रिंग नहीं हैं। पार्थिव ग्रहों में केवल पृथ्वी के पास पर्याप्त ग्रहीय चुंबकीय क्षेत्र है। A

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