खगोलविदों ने प्रारंभिक ब्रह्मांड में “टाइम डाइलेशन प्रभाव” का अवलोकन किया है

एक हालिया अध्ययन में  खगोलविदों ने क्वासर (quasars) में टाइम डाइलेशन प्रभाव (Time dilation effects) का पता लगाकर आइंस्टीन के सापेक्षता के सिद्धांत (Einstein’s theory of relativity) की पुष्टि की है।

खगोलविदों ने सुदूर के ब्रह्मांड को धीमी गति से चलते हुए अवलोकन किया है। इस तरह यह पहली बार है कि आइंस्टीन द्वारा एक सदी से भी अधिक समय पहले भविष्यवाणी की गई एक अजीब प्रभाव को शुरुआती ब्रह्मांड में देखा गया है।

टाइम डाइलेशन प्रभाव

वैज्ञानिकों के अनुसार जब ब्रह्मांड महज 1 अरब वर्ष पुराना था तब घटनाएं आज की तुलना में पाँच गुना धीमी गति से घटित होती दिखाई दी है।  

आइंस्टीन के सामान्य सापेक्षता के सिद्धांत के अनुसार, खगोलविदों को प्राचीन ब्रह्मांडीय घटनाओं को आधुनिक घटनाओं की तुलना में अधिक धीमी गति से घटित होते देखना चाहिए

यह प्रभाव, जिसे “टाइम डाइलेशन”  (Time dilation) के रूप में जाना जाता है, ब्रह्मांड के विस्तार से प्रेरित होता है, जैसा कि 1915 में वैज्ञानिकों द्वारा गुरुत्वाकर्षण की मौलिक व्याख्या (fundamental exposition of gravity) में बताया गया था।

विस्तारित ब्रह्मांड (expanding universe) का प्रभाव

विस्तारित ब्रह्मांड (expanding universe) का एक परिणाम यह है कि ब्रह्मांड में गमन करते समय प्रकाश में खिंचाव आता है, जिससे वेवलेंथ लम्बा हो जाता है। इसके प्रभाव के कारण प्राचीन आकाशगंगाएँ अपनी तुलना में अधिक लाल दिखाई देती हैं, या लाल रंग में परिवर्तित हो जाती हैं। इसे डॉपलर प्रभाव कहा जाता है।

विस्तारित ब्रह्मांड के कारण समय में भी खिंचाव आता है।  यदि कोई दूर की वस्तु हर सेकंड में एक बार चमकती है, तो ब्रह्मांड का विस्तार यह सुनिश्चित करता है कि पृथ्वी तक पहुंचने तक चमक के बीच एक सेकंड से अधिक समय लग जाए।

इसका अनुभव यहाँ पृथ्वी पर भी किया जा सकता है। इसे आप एक एम्बुलेंस के बारे में सोच कर व्याख्या कर सकते है। एक एम्बुलेंस जब आपसे दूर चली जाती है तो एम्बुलेंस के सायरन की आवाज किस तरह फैली हुई प्रतीत होती है।

इस सादृश्य में, एम्बुलेंस एक दूर की आकाशगंगा बन जाती है, और प्रकाश सायरन बन जाता है। स्रोत पर, आवास का उत्सर्जन तो सामान्य है, लेकिन हमारे दृष्टिकोण से, यह सब प्रसारित होता हुआ दिखता है।

क्वासर में  “टाइम डाइलेशन” प्रभाव हमारे ब्रह्मांड की विस्तृत प्रकृति का एक प्रमाण है, जो बिग बैंग सिद्धांत की हमारी समझ की पुष्टि करता है।

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