एपीडा ने वायुमार्ग से अमेरिका को भगवा अनार की पहली परीक्षण खेप का निर्यात किया
कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (APEDA), ने हवाई मार्ग से अमेरिका को ताजा अनार (pomegranate) की पहली खेप का ट्रायल निर्यात किया है।
APEDA ने अनार की जो पहली खेप अमेरिका को निर्यात की है, उसमें भारत के राष्ट्रीय पादप संरक्षण संगठन (NPPO) का प्रमुख सहयोग रहा है।
अमेरिका में अनार के निर्यात में वृद्धि से अधिक कीमत प्राप्त होगी और किसानों की आय में बढ़ोतरी होगी।
अनार का परीक्षण निर्यात एपीडा में पंजीकृत ‘INI Farms’ द्वारा किया गया था, जो भारत से फलों और सब्जियों के शीर्ष निर्यातकों में से एक है। इसने किसानों के साथ सीधे काम करके केले और अनार की मूल्य श्रृंखला बनाई है।
एपीडा ने अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया में उच्च गुणवत्ता वाले भारतीय अनार की अनुमति देने का मार्ग खोलकर बाजार तक पहुंच हासिल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
अपनी हाई एंटीऑक्सीडेंट कंटेंट और सुपर फ्रूट विशेषताओं के कारण, महाराष्ट्र के ‘भगवा’ अनार में पर्याप्त निर्यात क्षमता है।
अनार की ‘भगवा’ किस्म (Bhagwa pomegranate) की विदेशी बाजारों में काफी मांग है।
महाराष्ट्र का सोलापुर जिला देश से अनार निर्यात में लगभग 50 प्रतिशत योगदान देता है।
2022-23 में, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), बांग्लादेश, नेपाल, नीदरलैंड, सऊदी अरब, श्रीलंका, थाईलैंड, बाहरीन, ओमान सहित देशों में 58.36 मिलियन अमेरिकी डॉलर मूल्य के 62,280 मीट्रिक टन अनार का निर्यात किया गया।
भारत बागवानी फसलों का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक है। वर्ष 2021-22 में, भारत ने बागवानी फसलों का कुल 333.20 मिलियन मीट्रिक टन (एमएमटी) उत्पादन दर्ज किया, जिसमें से फलों और सब्जियों की हिस्सेदारी 90 प्रतिशत है।
भारत दुनिया में अनार के उत्पादन में सातवें स्थान पर है और खेती का कुल रकबा लगभग 2,75,500 हेक्टेयर है।
भारत में प्रमुख अनार उत्पादक राज्य महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक, राजस्थान और आंध्र प्रदेश हैं।
अनार (पुनिका ग्रेनाटम)
अनार (पुनिका ग्रेनाटम) लिथ्रेसी परिवार (Lythraceae) का फल है।
अनार में उच्च मात्रा में आहार फाइबर, फोलिक एसिड, विटामिन C और विटामिन K होता है।
अनार की उत्पत्ति संभवतः ईरान और अफगानिस्तान में हुई थी और इसका उपयोग पारसी अनुष्ठानों और घरेलू अनुष्ठानों में किया जाता था।