अनार्को-कैपिटलिस्ट (Anarcho-Capitalist)

अर्जेंटीना के नए धुर दक्षिणपंथी पॉपुलिस्ट राष्ट्रपति जेवियर माइली ने खुद को “अनार्को-कैपिटलिस्ट”  (anarcho-capitalist) के रूप में घोषित किया है।

उन्होंने अर्थव्यवस्था को फ्री या डी-रेगुलेट करने के लिए कई उपायों की घोषणा की है। गौरतलब है कि हाल के दशकों में अर्जेंटीना की अर्थव्यवस्था पर सरकार का नियंत्रण काफी बढ़ गया था। पिछली सरकार ने प्रायः सेक्टर में गवर्नमेंट के इंटरफेरेंस बढ़ा दिया था।

नए राष्ट्रपति जेवियर माइली इस सबको उलट रहे हैं और और सरकारी हस्तक्षेप को कम करने की कोशिश कर रहे हैं।

“अनार्को-कैपिटलिस्ट” एक राजनीतिक दर्शन है जो इकोनॉमी में सरकार यानी स्टेट के हस्तक्षेप को समाप्त करने और फ्री मार्केट में निजी कंपनियों द्वारा नियंत्रित कानून और व्यवस्था की वकालत करता है।

यह टर्म अमेरिकी स्वतंत्रतावादी अर्थशास्त्री मरे रोथबर्ड (Murray Rothbard) द्वारा गढ़ा गया था। बेल्जियम के राजनीतिक अर्थशास्त्री गुस्ताव डी मोलिनरी को पहला अनार्को-कैपिटलिस्ट माना जाता है।

इस टर्म ने हाल ही में जेवियर माइली के साथ लोकप्रियता हासिल की है, जो खुद को अनार्को-कैपिटलिस्ट कहते हैं।

परंपरागत रूप से, मुक्त बाज़ार यानी फ्री मार्केट के पैरोकारों ने पुलिस और अदालतों को छोड़कर अधिकांश वस्तुओं और सेवाओं के निजीकरण  का समर्थन किया है। ऐसा माना जाता था कि पुलिस और कोर्ट केवल सरकार द्वारा ही प्रदान किया जा सकता है।

लेकिन “अनार्को-कैपिटलिस्ट” का मानना है कि मुक्त बाजार में प्रतिस्पर्धा करने वाली निजी कंपनियां बेहतर पुलिसिंग और कानूनी सेवाएं भी प्रदान कर सकती हैं, जो गुणवत्ता और कीमत के मामले में अक्सर सरकार से कहीं बेहतर होती हैं।

“अनार्को-कैपिटलिस्ट” का तर्क है कि जिस तरह निजी कंपनियां आज सरकार की तुलना में सस्ती कीमतों पर बेहतर कारें, टेलीफोन सेवाएं आदि प्रदान कर सकती हैं, उसी तरह निजी कंपनियां कहीं बेहतर पुलिस और कानूनी व्यवस्था भी प्रदान कर सकती हैं।

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