अमृता शेरगिल की पेंटिंग “द स्टोरी टेलर”

अमृता शेरगिल (Amrita Sher-Gil) की पेंटिंग “द स्टोरी टेलर” किसी भारतीय कलाकार की अब तक की सबसे महंगी कृति बन गई है। इससे पहले यह रिकॉर्ड सैयद हैदर रज़ा की पेंटिंग “गेस्टेशन” के नाम था।

1937 की इस कलाकृति को नई दिल्ली में सैफ्रोनार्ट की “इवनिंग सेल: मॉडर्न आर्ट” में 61.8 करोड़ रुपये की भारी कीमत मिली। हंगेरियन-भारतीय चित्रकार अमृता शेर-गिल को 20वीं सदी की शुरुआत के सबसे महान आवाँ गार्द चित्रकारों में से एक के रूप में जाना जाता है।

उनकी पेंटिंग के प्रमुख विषय महिलाएँ थीं, मुख्यतः इसलिए क्योंकि वह उनकी स्थिति के प्रति सबसे आसानी से अपनी सहानुभूति व्यक्त कर सकती थी।

उनकी पेंटिंग को पहली बार नवंबर 1937 में लाहौर के फलेटी होटल में शेर-गिल की सफल एकल प्रदर्शनी में प्रदर्शित किया गया था।

उनकी अन्य प्रसिद्ध पेंटिंग्स में “थ्री गर्ल्स”, “वीमेन ऑन द चारपाई”, “हिल वूमेन” और यंग गर्ल्स  शामिल हैं।  

30 जनवरी, 1913 को हंगरी के बुडापेस्ट में एक भारतीय पिता और हंगेरियन मां के घर जन्मी शेरगिल को उनकी कला के लिए सबसे महान अग्रणी महिला कलाकारों में से एक के रूप में जाना जाने लगा।

1921 में शेरगिल परिवार भारत लौट आया और शिमला में बस गया। यहीं पर उन्होंने अपने अवलोकन कौशल को निखारा और सूक्ष्म रेखाचित्रों के माध्यम से अपने आस-पास के लोगों के सार को अपनी पेंटिंग में कैद किया।

1941 में 28 वर्ष की कम उम्र में उनकी मृत्यु हो गई।

1976 में, उन्हें भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा भारत के नौ “राष्ट्रीय कला खजाना” (National Art Treasure) कलाकारों में से एक घोषित किया गया ।

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