एडेप्टेशन गैप रिपोर्ट 2024

संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (UNEP) ने 7 नवंबर, 2024 को एडेप्टेशन गैप रिपोर्ट 2024: कम हेल एंड हाई वाटर ” (Adaptation Gap Report 2024: Come hell and high water) जारी की।

यह रिपोर्ट 11 नवंबर, 2024 को जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क कन्वेंशन (UNFCCC) के 29वें सम्मेलन (COP29) की शुरुआत से कुछ दिन पहले जारी की गई थी।

रिपोर्ट में कहा गया है कि 2022 में विकासशील देशों में अनुकूलन वित्त प्रवाह में सबसे बड़ी साल-दर-साल निरपेक्ष और सापेक्ष वृद्धि देखी गई जो 2021 के $22 बिलियन से बढ़कर 2022 में $28 बिलियन हो गई।

विकासशील देशों के लिए वास्तविक अनुकूलन वित्तपोषण की जरूरत 2030 तक प्रति वर्ष $387 बिलियन है।

यह 2019 से विकसित देशों से विकासशील देशों में प्रवाहित होने वाले वार्षिक अनुकूलन फंडिंग को दोगुना करने के ग्लासगो जलवायु संधि (Glasgow Climate Pact) लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में कुछ प्रगति दर्शाता है।

यह 2019 के $19 बिलियन से बढ़कर $38 बिलियन हो गया है। लेकिन यह वास्तव में आवश्यक राशि के करीब भी नहीं है।

अनुकूलन अंतराल  यानी  एडेप्टेशन गैप  वास्तव में लागू किए गए अनुकूलन उपाय और समाज द्वारा निर्धारित लक्ष्य के बीच का अंतर है। यह मुख्य रूप से जलवायु परिवर्तन के प्रभावों से संबंधित प्राथमिकताओं द्वारा निर्धारित होता है, और संसाधन सीमाओं और प्रतिस्पर्धी प्राथमिकताओं को दर्शाता है।

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