देश में लगभग 21 मिलियन हेक्टेयर क्षेत्र बाढ़ से प्रभावित: केंद्रीय जल आयोग

केंद्रीय जल शक्ति मंत्री श्री सी.आर. पाटिल ने केंद्रीय जल आयोग (CWC) द्वारा प्रकाशित एक रिपोर्ट ‘भारत में बाढ़ के कारण प्रभावित क्षेत्र का आकलन’ (Assessment of Area Affected due to Floods in India) जारी किया। CWC ने 1986-2022 की अवधि के लिए उपग्रह चित्रों का उपयोग करके बाढ़ आने की सभी  घटनाओं को कैप्चर करके वैज्ञानिक अध्ययन किया है।

इस रिपोर्ट से पता चलता है कि विभिन्न संरचनात्मक उपायों को अपनाकर देश में लगभग 20.5 मिलियन हेक्टेयर क्षेत्र को बाढ़ से बचाया गया है।

इसके अलावा, 1986-2022 की अवधि के विश्लेषण के अनुसार देश में लगभग 21 मिलियन हेक्टेयर क्षेत्र बाढ़ से प्रभावित हुआ है।

आकलन से पता चलता है कि बिहार, उत्तर प्रदेश, असम और पश्चिम बंगाल बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य हैं। 5.175 मिलियन हेक्टेयर प्रभावित क्षेत्र के साथ उत्तर प्रदेश सूची में सबसे ऊपर है। बिहार 2.914 मिलियन हेक्टेयर बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के साथ दूसरे स्थान पर है। पश्चिम बंगाल का 1.84 मिलियन हेक्टेयर क्षेत्र और असम का 2.48 मिलियन हेक्टेयर क्षेत्र बाढ़ की चपेट में है।

रिपोर्ट के अनुसार भारत भर में बाढ़ प्रभावित जिलों की कुल संख्या 712 है, जिसमें उत्तर प्रदेश 75 प्रभावित जिलों के साथ सबसे आगे है, उसके बाद मध्य प्रदेश 53, बिहार 38 जिलों और असम 33 जिलों के साथ क्रमशः दूसरे, तीसरे और चौथे स्थान पर हैं।

बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के बेसिन-वार विभाजन के अनुसार, गंगा बेसिन सबसे अधिक बाढ़ प्रभावित बेसिन है, जो कुल बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का 54 प्रतिशत हिस्सा है। प्रभावित अन्य प्रमुख बेसिनों में ब्रह्मपुत्र और महानदी बेसिन शामिल हैं।

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