अधिकतम अवशेष स्तर (Maximum residue levels: MRL)
भारतीय खाद्य संरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) ने भारत में कीटनाशकों के उपयोग के मामले को देखने के लिए एक अंतर-मंत्रालयी समिति का प्रस्ताव दिया है। यह मुद्दा हाल के दो घटनाक्रमों को देखते हुए अधिक महत्ता प्राप्त की है: एक ओर, जहां अपने देश में फ़ूड सेफ्टी को लेकर चिंताएँ बढ़ रही हैं।
दूसरी ओर, यूरोपीय संघ के व्यापार वार्ताकार इस बात पर जोर दे रहे हैं कि भारत यूरोप को अपने कृषि उत्पाद निर्यात में कीटनाशक अवशेषों को कम करे।
कृषि उत्पादों में कीटनाशक अवशेषों की उपस्थिति को एक सीमा तक ही अनुमति दी जाती है जिसे अधिकतम अवशेष स्तर (Maximum residue levels: MRL) कहा जाता है।
बता दें कि उपचारित उत्पादों में कीटनाशकों द्वारा छोड़े गए निशान या जानवरों में पशु चिकित्सा दवाओं द्वारा छोड़े गए निशानों को “अवशेष” कहा जाता है।
अधिकतम अवशेष सीमा (Maximum residue levels) कीटनाशक अवशेष का उच्चतम स्तर है जिसे कानूनी तौर पर खाद्य या चारे में बर्दाश्त किया जाता है।
खेत में कीटनाशकों का छिड़काव करते समय, कुछ अवशेष पौधे के रह जाते हैं और कीटनाशकों के विवेकहीन उपयोग से स्वास्थ्य को खतरा हो सकता है। इसे उत्पादन के प्राथमिक स्तर पर कम किया जा सकता है ताकि अवशेष निर्धारित MRL से अधिक न हो।
भारत में 206 प्राथमिक फ़ूड टेस्ट लैब का एक नेटवर्क है, जिन्हें राष्ट्रीय परीक्षण और अंशांकन प्रयोगशाला प्रत्यायन बोर्ड (National Accreditation Board for Testing and Calibration Laboratories: NABL) द्वारा अनुमोदित किया गया है। ये खाद्य सुरक्षा और मानक अधिनियम, 2006 के तहत एकत्र किए गए फ़ूड सैंपल्स का विश्लेषण करने के लिए जिम्मेदार हैं।