न्यायाधीश जमशेद बुर्जोर परदीवाला-सर्वोच्च न्यायालय में पारसी समुदाय के छठे न्यायाधीश
केंद्रीय कानून और न्याय मंत्रालय ने 7 मई को गुवाहाटी उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश सुधांशु धूलिया (Sudhanshu Dhulia) और गुजरात उच्च न्यायालय के न्यायाधीश जमशेद बुर्जोर परदीवाला (Jamshed Burjor Pardiwala) की नियुक्तियों को औपचारिक रूप देने के लिए अधिसूचना जारी कर दी।
- अधिसूचना भारत के मुख्य न्यायाधीश एनवी रमना के नेतृत्व में सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम की सिफारिश के 48 घंटे से भी कम समय में जारी की गयी है।
- इन नियुक्तियों की साथ ही शीर्ष अदालत में न्यायाधीशों की संख्या 34 हो गयी है जो कि सर्वोच्च न्यायालय में कुल स्वीकृत पद है।
- न्यायमूर्ति परदीवाला पिछले पांच वर्षों में सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश नियुक्त होने वाले प्रथम अल्पसंख्यक व्यक्ति भी हैं।
- अल्पसंख्यक समुदाय के किसी न्यायाधीश की अंतिम पदोन्नति फरवरी 2017 में हुई थी जब न्यायमूर्ति एस अब्दुल नज़ीर को पदोन्नत किया गया था।
- न्यायमूर्ति परदीवाला मई 2028 में भारत के मुख्य न्यायाधीश भी बन सकते हैं, यदि वरीयता सूची का अनुपालन किया जाता है।
- न्यायमूर्ति परदीवाला सुप्रीम कोर्ट में पारसी समुदाय के छठे न्यायाधीश हैं। अगस्त 2021 में सेवानिवृत्त हुए जस्टिस नरीमन सुप्रीम कोर्ट के आखिरी पारसी जज थे।
- सुप्रीम कोर्ट में सेवा देने वाले पारसी समुदाय के पहले सदस्य 1980 के दशक की शुरुआत में जस्टिस दिनशाह पिरोशा मैडोन थे।
- भारत के दो मुख्य न्यायाधीशों, जस्टिस सैम पिरोज भरूचा और जस्टिस सरोश होमी कपाड़िया भी पारसी समुदाय से थे। जस्टिस भरूचा को 2001 में CJI और 2010 में जस्टिस कपाड़िया को CJI नियुक्त किया गया था।
- अगस्त 2021 में सेवानिवृत्त हुए जस्टिस नरीमन सुप्रीम कोर्ट के आखिरी पारसी जज थे।
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