21वीं पशुधन गणना अभियान
हाल ही में केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री ने 21वीं पशुधन गणना अभियान (21st Livestock Census Operation) का शुभारंभ किया।
गणना की विशेषताएं:
इस पहल का उद्देश्य भारत में पशु स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे को मजबूत करना है। सर्वेक्षण के तहत पशुधन की पंद्रह प्रजातियों को शामिल किया जाएगा। ये हैं मवेशी, भैंस, मिथुन, याक, भेड़, बकरी, सूअर, गाय, घोड़े, खच्चर, गधे, कुत्ते, खरगोश और हाथी। मुर्गी पक्षियों की भी गणना की जाएगी।
21वीं पशुधन गणना पशुधन आबादी पर लेटेस्ट डेटा प्रदान करेगी, जो सरकार को रोग नियंत्रण, नस्ल सुधार और ग्रामीण आजीविका से जुड़ी समस्यायों को दूर करने में मदद करेगी।
21वीं पशुधन गणना में सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 30 करोड़ से ज़्यादा घरों को शामिल किया जाएगा, जिसमें खानाबदोश समुदाय और चरवाहे शामिल हैं, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि भारत की पशुधन प्रथाओं की विविधता को दर्शाया जा सके।
इस गणना में डिजिटल प्रोद्योकियों की शुरुआत भी की गई है।
यह गणना पशुधन पालन में महिलाओं की भूमिका, नस्ल प्रबंधन, पशु स्वास्थ्य और उत्पादकता जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करेगी।