UNEP की एमिशन गैप रिपोर्ट 2024
संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (UNEP) ने उत्सर्जन अंतराल रिपोर्ट 2024 (UNEP’s Emissions Gap Report 2024: No more hot air ) जारी की है।
इस रिपोर्ट में राष्ट्रों को नए राष्ट्रीय स्तर पर निर्धारित योगदान (Nationally Determined Contributions: NDCs) अधिक महत्वाकांक्षा लक्ष्य निर्धारित करने की अपील की गई है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि राष्ट्रों को सामूहिक रूप से 2030 तक वार्षिक ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में 42 प्रतिशत और राष्ट्रीय स्तर पर निर्धारित योगदान (एनडीसी) के अगले दौर में 2035 तक 57 प्रतिशत की कटौती करने के लिए प्रतिबद्ध होना चाहिए।
यदि राष्ट्र इस दिशा में कदम उठाने में विफल रहते हैं तो ग्लोबल वार्मिंग को 1.5 डिग्री सेल्सियस तक सीमित रखने का पेरिस समझौते का लक्ष्य हासिल नहीं हो पायेगा।
जैसा कि स्थिति है, वर्तमान NDC इस सदी में ग्लोबल वार्मिंग को 2.6-2.8 डिग्री सेल्सियस तक सिमित करने के लक्ष्य के अनुरूप हैं। इससे भी बदतर यह है कि वर्तमान में लागू नीतियाँ इन एनडीसी को पूरा करने के लिए भी अपर्याप्त हैं।
रिपोर्ट का मानना है कि यदि कुछ नहीं बदला, तो 3.1 डिग्री सेल्सियस के तापमान वृद्धि को रोकना मुश्किल है।
UNEP की एमिशन गैप को वर्तमान राष्ट्रीय स्तर पर निर्धारित योगदान (NDC) के अंतर्गत वैश्विक ग्रीनहाउस गैस (जीएचजी) उत्सर्जन की दिशा और विज्ञान के अनुसार 2030 में उत्सर्जन की वह स्थिति, जहां तापमान वृद्धि को 2°C से नीचे या 1.5°C तक सीमित रखने के लिए न्यूनतम लागत वाले मार्ग पर चलना चाहिए, के बीच के अंतर के रूप में परिभाषित किया जाता है।