10वीं वैश्विक आतंकवाद सूचकांक (GTI) रिपोर्ट

10वीं वैश्विक आतंकवाद सूचकांक (Global Terrorism Index : GTI) रिपोर्ट के अनुसार अफगानिस्तान लगातार चौथे वर्ष आतंकवाद से सबसे अधिक प्रभावित देश बना हुआ है।

यह सूचकांक सिडनी स्थित थिंक-टैंक इंस्टीट्यूट फॉर इकोनॉमिक्स एंड पीस (IEP) द्वारा जारी किया गया।

सूचकांक में भारत 13वें स्थान पर है।

GTI के अनुसार, वर्ष 2022 में आतंकवाद से जुड़ी घटनाओं से हुई मौतों की संख्या में गिरावट के बावजूद, अफगानिस्तान में 2022 में 633 मौतें दर्ज की गयीं।

विश्व स्तर पर, आतंकवाद से होने वाली मौतों में नौ प्रतिशत की गिरावट आई और 6,701 लोगों की मौत हुई।

सूचकांक के मुताबिक दक्षिण एशिया सबसे खराब औसत GTI स्कोर वाला क्षेत्र बना हुआ है।

सूचकांक के अनुसार, जलवायु परिवर्तन ने आतंकवादी समूहों को धन जुटाने, अपना पांव पसारने और भर्ती करने का अवसर प्रदान किया है, जिससे उन्हें चरम मौसम की घटनाओं का फायदा उठाने की अनुमति मिलती है। चरम मौसमी आपदा के दौरान अक्सर दूरदराज के क्षेत्रों में मानवीय राहत प्रदान करने में सरकार की असमर्थता के ये संगठन फायदा उठाते हैं और अपनी पहुँच बनाते हैं।

सूची में टॉप फाइव आतंकी समूहों में पहले स्थान पर इस्लामिक स्टेट (IS) है। IS ने साल 2022 में कुल 410 हमले किए, जिसमें 1045 लोगों की मौत हुई और 644 लोग घायल हुए। आतंकी संगठन अल शबाब को सूची में दूसरे स्थान पर है। बता दें कि इस सूची में वर्ष 2022 के दुनिया के सबसे घातक आतंकवादी समूहों में CPI (माओवादी) को 12वें स्थान पर रखा गया है।

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