हांगकांग में B वायरस से मानव के संक्रमण का पहला मामला
हाल ही में, हांगकांग में जंगली बंदर के काटने से घायल हुए 37 वर्षीय व्यक्ति को B वायरस के संक्रमित पाया गया। फ़िलहाल वह व्यक्ति ICU में भर्ती है। हांगकांग में किसी इंसान में B वायरस संक्रमण का यह पहला मामला है, हालांकि, यह दुनिया में इंसान के संक्रमण का पहला मामला नहीं है।
B वायरस की चपेट में आने वाला पहला व्यक्ति विलियम ब्रेबनर नामक एक युवा डॉक्टर था, जिसकी नवंबर 1932 में न्यूयॉर्क के बेलेव्यू अस्पताल में मृत्यु हो गई थी।
यह वायरस हर्पीज़ परिवार से संबंधित है, इसलिए इसका दूसरा उपनाम है: “हर्पीज़ वायरस B” (Herpes virus B) बायो सेफ्टी केटेगरी- 4 का वायरस है। इसका मतलब है कि यह इबोला और अज्ञात नए रोगजनकों जितना खतरनाक है।
लोगों में B वायरस का संक्रमण आमतौर पर मकाक बंदरों के कारण होता है। इस प्रकार के बंदर आमतौर पर B वायरस से संक्रमित होते हैं, लेकिन उनमें आमतौर पर लक्षण नहीं होते हैं, या केवल हल्की बीमारी होती है।
एंटीवायरल दवाओं के साथ शीघ्र उपचार जीवनरक्षक साबित हो सकता है, लेकिन बी वायरस एक घातक रोगज़नक़ बना हुआ है। यदि तुरंत इलाज न किया जाए तो इसकी मृत्यु दर 70 प्रतिशत है। इस वायरस से सुरक्षा के लिए कोई टीका नहीं है।