हरियाणा सरकार की ‘चिराग योजना’
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने हाल ही में “मुख्यमंत्री समान शिक्षा राहत, सहायता और अनुदान (Chief Minister Equal Education Relief, Assistance and Grant: Cheerag)” चीराग योजना शुरू की है।
चीराग योजना के तहत सरकारी स्कूल के छात्र जिनके माता-पिता की वार्षिक सत्यापित आय 1.8 लाख रुपये से कम है, वे दूसरी से बारहवीं कक्षा तक निजी स्कूलों में दाखिला ले सकते हैं।
हरियाणा में 381 निजी मान्यता प्राप्त स्कूलों में गरीब बच्चों को दाखिला स्कूल शिक्षा विभाग चिराग योजना के तहत कर रहा है। इससे पहले यह दाखिले नियम- 134ए के तहत होते थे जिसे खत्म कर चिराग योजना की शुरुआत की है।
योजना के तहत कक्षा दूसरी से 5वीं तक प्रति छात्र 700 रुपये, कक्षा छठी से आठवीं तक प्रति छात्र 900 रुपये और कक्षा नौवीं से 12वीं तक प्रति छात्र 1100 रुपये प्रति माह फीस सरकार निजी स्कूलों को देती है।
योजना के पहले चरण में कक्षा 2 से 12 वीं तक के करीब 25000 छात्रों को कवर किया जाएगा. इसका लाभ सिर्फ हरियाणा के छात्र और छात्राएं ही ले सकते हैं. सरकार ने निजी स्कूलों को इस योजना के तरह प्रवेश देने की अनुमति दे दी है।
533 “बजट” निजी स्कूलों – ज्यादातर गांवों और छोटे शहरों में – ने चीराग योजना के तहत ईडब्ल्यूएस छात्रों को सीट देने के लिए आवेदन किया। हालांकि, अधिकारियों ने विभिन्न तकनीकी कारणों से केवल 381 स्कूलों को ही योग्य पाया।