स्वच्छ सर्वेक्षण 2022-इंदौर लगातार छठे वर्ष भारत का सबसे स्वच्छ शहर
स्वच्छ भारत मिशन के 8 वर्ष और SBM-शहरी 2.0 की पहली वर्षगांठ के अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 (Swachh Survekshan 2022) के पुरस्कार समारोह में सबसे स्वच्छ राज्यों और शहरों के पुरस्कार विजेताओं को सम्मानित किया।
‘1 लाख से अधिक आबादी’ की श्रेणी में झीलों और महलों के शहर इंदौर ने लगातार छठे वर्ष सबसे स्वच्छ शहर का खिताब प्राप्त गया, जबकि सूरत शहर को लगातार दूसरी बार दूसरा सबसे स्वच्छ शहर घोषित किया गया। नवी मुंबई ने तीसरा स्थान प्राप्त किया।
1 लाख से कम की जनसंख्या की श्रेणी में महाराष्ट्र के पंचगनी और कराड ने क्रमश: पहला और तीसरा स्थान हासिल किया, जबकि छत्तीसगढ़ के पाटन ने दूसरा स्थान प्राप्त किया।
तिरुपति को सफाई मित्र सुरक्षा में सर्वश्रेष्ठ शहर का पुरस्कार मिला, जबकि उत्तराखंड के हरिद्वार को एक लाख से अधिक आबादी वाले शहरों में सर्वश्रेष्ठ गंगा शहर का पुरस्कार मिला। कर्नाटक में शिवमोग्गा को फास्ट मूवर सिटी का पुरस्कार प्राप्त हुआ।
इंदौर को भारत के पहले 7-सितारा कचरा मुक्त शहर का पुरस्कार भी दिया गया, जबकि सूरत, भोपाल, मैसूर, नवी मुंबई, विशाखापत्तनम और तिरुपति ने 5-स्टार कचरा मुक्त प्रमाणन प्राप्त किया।
मध्य प्रदेश “100 से अधिक शहरी स्थानीय निकायों” की श्रेणी में ‘सबसे स्वच्छ राज्य’ के रूप में उभर कर सामने आया, जबकि पिछले 3 वर्षों का सबसे स्वच्छ राज्य, छत्तीसगढ़ दूसरे स्थान पर रहा। महाराष्ट्र तीसरे सबसे स्वच्छ राज्य के रूप में उभरा।
त्रिपुरा “100 से कम शहरी स्थानीय निकायों की श्रेणी” में सबसे स्वच्छ राज्य का पुरस्कार प्राप्त करने में सफल रहा। त्रिपुरा ने झारखंड को पछाड़ कर यह पुरस्कार प्राप्त किया है। झारखंड ने पिछले 2 वर्षों में लगातार जीत हासिल की थी। झारखंड और उत्तराखंड को क्रमश: दूसरा और तीसरा स्थान प्राप्त हुआ है।